दुनिया कोरोना संकट से जूझ रही है। लेकिन इन संकटों से निपटने के साथ हमें उन मुसीबतों को भी ध्यान में रखना चाहिए जो मानव द्वारा, मानव के लिए ही खड़ी की गई हैं। ऐसा ही एक संकट है, परमाणु हथियारों का। 75 साल पहले द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान अमेरिका ने जापान के दो शहरों हिरोशिमा और नागासाकी को परमाणु बम गिराकर नष्ट कर दिया था। इनमें से एक परमाणु बम आज ही के दिन नागासाकी पर गिराया गया था। तब से दुनिया में परमाणु जखीरे को कम करने के लिए तमाम प्रयास हुए, लेकिन आज भी तस्वीर स्याह ही है।
फेडरेशन ऑफ अमेरिकन साइंटिस्ट्स के अनुसार, अमेरिका और रूस के पास दुनिया के 90 फीसद से अधिक परमाणु हथियार हैं, जिनमें प्रत्येक के पास करीब 8 हजार का भंडार है। सैन्य अभिरक्षा में सक्रिय और निष्क्रिय वॉरहेड को कुल हथियारों में शामिल किया गया है, लेकिन वर्तमान में बड़े बमवर्षकों और अंतरमहाद्वीपीय बैलेस्टिक मिसाइलों के अड्डों पर तैनात रणनीतिक वॉरहेड को शामिल नहीं किया गया है।