लखनऊ.पीएम मोदी के खिलाफ लोकसभा का चुनाव लड़ने वाली शालिनी यादव समाजवादी पार्टी छोड़कर भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता लेंगी. बीजेपी ने आरएलडी और समाजवादी पार्टी में सेंध लगाते हुए आज कई पूर्व मंत्री पूर्व विधायक पूर्व सांसदों को भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता दिलाई जाएगी. सबसे बड़ा झटका समाजवादी पार्टी और आरएलडी को लगा है. दरअसल, समाजवादी पार्टी सरकार में मंत्री रहे साहब सिंह सैनी आज भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता लेंगे. यही नहीं, आरएलडी से राजपाल सैनी भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता लेंगे।
आज बीजेपी राज्य मुख्यालय में 12 बजे प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी दूसरे दलों के 15 बड़े नेताओं को बीजेपी ज्वॉइन कराएंगे. पीएम मोदी के खिलाफ सपा से चुनाव लड़ने वाली शालिनी यादव बीजेपी ज्वॉइन करेंगे. शालिनी यादव के पिता श्याम सिंह यादव राज्यसभा के उप सभापति रहे हैं. बनारस और आसपास की सीटों पर शालिनी यादव का बेहतर जनाधार है।
पश्चिम यूपी से पूर्व कैबिनेट मंत्री साहब सिंह सैनी बीजेपी ज्वाइन करेंगे. साहब सिंह सैनी समाजवादी पार्टी सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे हैं और कई बार के विधायक हैं. पश्चिमी यूपी में सैनी बिरादरी में साहब सिंह सैनी का बड़ा जनाधार माना जाता है.
पश्चिम यूपी से पूर्व कैबिनेट मंत्री साहब सिंह सैनी बीजेपी ज्वाइन करेंगे. साहब सिंह सैनी समाजवादी पार्टी सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे हैं और कई बार के विधायक हैं. पश्चिमी यूपी में सैनी बिरादरी में साहब सिंह सैनी का बड़ा जनाधार माना जाता है.
राष्ट्रीय लोकदल को बड़ा झटका देते हुए भारतीय जनता पार्टी आज राजपाल सैनी पूर्व सांसद मुज़फ्फरनगर आरएलडी को बीजेपी ज्वाइन कर रहे हैं. राजपाल सैनी का आरएलडी छोड़ना जयंत चौधरी के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है.
बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी उत्तर प्रदेश की सभी विधानसभा क्षेत्रों लोकसभा क्षेत्र के क्षेत्र क्षेत्र और जाति लिहाज से मजबूत नेताओं की एक सूची तैयार की है, जो कि दूसरे दलों में हैं. इन नेताओं को भारतीय जनता पार्टी ज्वाइन कराने के लिए भूपेंद्र चौधरी ने बीजेपी में उनके करीबी नेताओं को लगा दिया है. भूपेंद्र चौधरी ने इस सर्जिकल स्ट्राइक के बारे में दिल्ली में शीर्ष नेतृत्व को भी अवगत करा दिया है. अब आज भूपेंद्र चौधरी पश्चिम से लगाकर पूरब के 15 बड़े नेताओं को भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता दिलाएंगे. इनमें कई पूर्व मंत्री, कई पूर्व विधायक तो कई पूर्व सांसद हैं. भूपेंद्र चौधरी को संगठनात्मक कार्यों में महारत हासिल है.