परिवार की माली हालत सुधारने के लिए विदेश जाकर कमाई करने वाले 10 लोग फंस गये हैं. यूपी के कुशीनगर के विभिन्न गांवों के रहने वाले ये लोग सरकार से वतन वापस बुलाने की मांग कर रहे हैं. घर की आर्थिक स्थिति सुधारने के लिये ब्याज पर रुपया लेकर सोमालिया गये इनलोगों के फंस जाने से घर की हालत खराब हो गई है. इनलोगों के घरों में फांकाकशी की नौबत आ गई है. इनमें से एक परिवार तो ऐसा है जिनमें 5 बच्चों सहित 7 लोग हैं.
सोमालिया में फंसे सभी लोग एक एजेंट के माध्यम से फरवरी में वहां गये थे. दो महीने तक तो उन्हें तनख्वाह मिली लेकिन इसके बाद कंपनी ने उन्हें तनख्वाह देना बंद कर दिया. अब उन्हें ठीक ढंग से खाना भी नहीं दिया जा रहा है. इतना ही नहीं कंपनी ने सभी का पासपोर्ट जब्त करके बंधक बना लिया है.
सोमालिया में फंसे मोहित प्रजापति अपने घर का एकमात्र कमाउ सदस्य है उसके परिवार में पत्नी के अलावा 5 बच्चे हैं, जिनमें 4 बेटियां और एक बेटा शामिल हैं. सभी बच्चे छोटे-छोटे हैं. पहले वह खाड़ी देश में काम करता था लेकिन इस बार वह एक एजेंट के माध्यम से सोमालिया चला गया. सोमालिया जाने के लिए उसने अपने परिचितों से लगभग 50 हजार रुपया ब्याज पर लिया.
मोहित ने अपनी पत्नी को बताया कि कंपनी ने उसे पैसा देना बंद कर दिया है और उसका पासपोर्ट भी जब्त कर लिया है. कंपनी अब उसे बंधक बनाकर जबरस्ती काम ले रही है. इतना ही नहीं उसे ढंग से खाना भी नहीं दे रही है.
मोहित की तरह बेटी के ब्याह में लिए कर्जे को चुकाने के लिए सुभाष प्रजापति ने भी विदेश की राह पकड़ी. सोमालिया जाने के लिए उसने अपना खेत गिरवी रख दिया. अब घर में मौजूद पत्नी और बेटे परेशान हैं. थक हारकर सुभाष का नाबालिग बेटा गुजरात कमाने चला गया है.
सुनहरे सपने लेकर सोमालिया कमाने गये रामा प्रजापति के परिवार की भी हालत और भी खराब है. रामा बूढे बाप के भरोसे अपने दो मासूम बच्चों और पत्नी को छोड़कर गया. अब वहां पर रामा कंपनी के चंगुल में फंस गया है. रामा के बूढ़े पिता बस यही चाह रहे हैं कि जैसे भी हो उनका बेटा घर वापस आ जाए.