मौका था परमवीर चक्र विजेता वीर अब्दुल हमीद की शहादत दिवस का। अब्दुल हमीद संगठन ने 58 वें शहादत दिवस के मौके पर सुल्तानपुर जनपद के पंडित रामनरेश त्रिपाठी सभागार में सम्मान समारोह आयोजित किया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर सेना के बड़े अधिकारी और पुलिस महकमे के बड़े साहब भी पहुंचे। लेकिन कार्यक्रम में सबसे मुख्य चेहरा रहे वीर अब्दुल हमीद के ड्राइवर रहे मोहम्मद नसीम। सेना में तैनात रहे मोहम्मद नसीम ने वीर अब्दुल हमीद की शहादत पर उस रात की आंखों देखी कहानी बताई। जब 1965 में पाकिस्तान के खिलाफ जंग में अब्दुल हमीद ने पाकिस्तान के पैटर्न टैंक उड़ाए थे। मोहम्मद नसीम ने उस हमले का भी जिक्र किया जिसमें अब्दुल हमीद शहीद हो गए।
अब्दुल हमीद वही शख्स है जो उस वक्त अब्दुल हमीद के साथ थे। जब अब्दुल हमीद ने पाकिस्तान के छक्के छुड़ाए। अब्दुल हमीद संगठन ने मोहम्मद नसीम को सम्मानित किया। आपको बता दें की सुल्तानपुर जनपद में हर साल अब्दुल हमीद की जयंती और शहादत दिवस मनाया जाता है। इस बार भी कार्यक्रम में छात्र छात्राओं ने देश भक्ति से ओत प्रोत प्रस्तुतियां दी। इस मौके पर अतिथि राजेंद्र प्रसाद पांडेय, डीआईजी सीआरपीएफ ने युवाओं को देश सेवा के लिए प्रेरित किया।
कार्यक्रम में ब्लाक प्रमुख शिव कुमार सिंह, समाज सेवी करतार केशव यादव, डॉक्टर के सिंह, एएसपी विपुल श्रीवास्तव, एसडीएम सदर राघवेंद्र चतुर्वेदी, साहित्यकार कमलनयन पांडेय, सपा नेता शकील अहमद, वरिष्ठ अधिवक्ता मदन सिंह, व्यापार मंडल के प्रदेश महामंत्री रविंद्र त्रिपाठी, आयोजक मकबूल अहमद नूरी, सरफराज अहमद समेत तमाम प्रसिद्ध लोग उपस्थित हुए और वीर अब्दुल हमीद को श्रद्धांजलि दी।
ब्यूरो रिपोर्ट nttv bharat