रिपोर्ट- निसार अहमद
सुल्तानपुर- 21 सितम्बर को पत्रकार प्रदीप सिंह की बेटी को जिंदा जलाकर हत्या किए जाने के मामले में आखिरकार पुलिस ने दो नामजद आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। हालांकि दो और नामजद आरोपियों की अभी भी तलाश जारी है। गौरतलब हो कि सपा सुप्रीमों अखिलेश यादव ने आरोपियों की गिरफ़्तारी न होने पर ट्वीट कर सवाल उठाया था।
बल्दीराय थानाक्षेत्र के ट्डरसा, मजरे ऐंजर गांव में 21 सितम्बर की सुबह स्थानीय पत्रकार प्रदीप सिंह की बेटी श्रद्धा को पुरानी रंजिश में केरोसीन डालकर आग के हवाले कर दिया गया था। इलाज के दौरान श्रद्धा की मौत हो गई थी। जून माह में प्रदीप सिंह और पड़ोस गांव परसौली में रहने वाले वृद्ध कुंवर सिंह के बीच जमीन कब्ज़ा करने को लेकर विवाद हुआ था। दोनों पक्षों में जमकर मारपीट भी हुई थी। जिसमें इलाज के दौरान कुंवर सिंह की मौत हो गई थी। इस मामले में प्रदीप सिंह समेत 11 लोग जेल भेजे गए थे। प्रदीप अभी भी जेल में बंद था।
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आरोप है कि 21 सितम्बर को प्रदीप की बेटी घर पर अकेले थी उसी दौरान परसौली के रहने वाले जयकरन, महंते और सुभाष ने उसे पकड़ कर उसके हाथ पैर बांध दिया और केरोसीन छिड़क कर उसे आग के हवाले कर दिया था। इलाज के दौरान लखनऊ श्रद्धा की मौत हो गई थी। श्रद्धा की माँ की तहरीर पर पुलिस ने 4 लोगों के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज किया था। लेकिन तीन दिनों तक कोई कार्यवाही नही हुई थी। बुधवार को सपा सुप्रीमो ने इस मामले में ट्वीट कर कार्यवाही न होने पर सवाल खड़ा किया था। जिसके बाद आनन-फानन बल्दीराय थानाक्षेत्र के देहली बाजार से पुलिस ने सुभाष और जयकरन को गिरफ्तार कर लिया।पुलिस इन दोनों को जेल भेज दिया। अपर पुलिस अधीक्षक शिवराज ने कहा कि इस मामले की गहराई से जांच की जा रही है।