2024 महासंग्राम को लेकर सियसी दलों ने कमर कस ली है। सियासी दल हर स्तर पर एख दूसरे से लोहा ले रहे है। लेकिन सिर्फ सियासी दल ही नहीं सामाजिक संगठन भी अब इस बात की चर्चा औऱ विष्लेषण कर रहे है कि 2024 में किसकी सरकार होनी चाहिए। इसी क्रम में राजधानी लखनऊ में मंगलवार को राष्ट्रीय परशुराम परिषद ने कार्यकारिणी बैठक की औऱ तय किया कि, उनका संगठन और ब्राम्हण समाज किस दल के लिए शंख बजाएगा। किसे प्रधानमंत्री के सिंहासन पर बैठाएगा।
बैठक परिषद के प्रदेश अध्यक्ष संजय मिश्रा की अध्यक्षता में रखी गई। जिसमे मुख्य अतिथि के तौर पर राष्ट्रीय परशुराम परिषद के संस्थापक पूर्व मंत्री पंडित सुनील भराला और परिषद के सहसंयोजक वरिष्ठ भाजपा नेता शिव प्रकाश सेनानी ने शिरकत की। बैठक में 2024 लोकसभा चुनाव के साथ आगामी माघ मेले और महाकुंभ को लेकर चर्चा की गई।
वहीं संरक्षक शिवप्रकाश सेनानी ने संगठन को मजबूत करने को लेकर भी पदाधिकारियों को कई निर्देश दिए। साथ ही कई महत्वपूर्ण पहलुओं पर चर्चा की। बैठक के बाद प्रदेश अध्यक्ष संजय मिश्रा ने बताया कि, संगठन माघ मेले और महाकुंभ में श्रद्धालुओं के लिए तमाम तरीके की व्यवस्थाए करेगा। साथ ही संजय मिश्रा ने बताया कि, 2024 में संगठन उसका साथ देगा जो ब्राम्हण समाज की बात करेगा औऱ उसके लिए काम करेगा।
बैठक में परशुराम शक्तिवाहिनी की प्रदेश अध्यक्ष रूचि शुक्ला, परशुराम परिषद के सह संगठन मंत्री रमाकांत मिश्रा और संगठन के वरिषद पदाधिकारी के मिरहची नगर पंचायत प्रतिनिधि सर्वेश उपाध्याय, प्रखर वक्ता प्रदीप रघुनंदन के साथ तमाम जिलाध्यक्ष और पदाधिकारी मौजूद रहे। जिन्होंने संगठन के द्वारा तय किए गए आगामी कार्यक्रमों को सफल बनाने का संकल्प लिया।
ब्यूरो रिपोर्ट nttv bharat