उत्तर प्रदेश के बाराबंकी में मांगलिक कार्यक्रम उस वक्त मातम में बदल गया, जब कार्यक्रम में भोजन करने वाले दो दर्जन लोग बीमार हो गए. बताया जा रहा है कि फ़ूड प्वाइजनिंग से हुई इस बीमारी से एक 9 वर्षीय बच्ची की दुखद मृत्यु हो गई. अचानक बीमार लोगों का इलाज करने पहुंची मेडिकल की टीम ने भोजन के शिकार दो दर्जन से अधिक लोगों का उपचार किया.
भोजन करने के बाद शुरू हुई उल्टी-दस्त
बाराबंकी के थाना रामनगर इलाके के सेमराय गांव में हुए एक तिलक समारोह में भोजन करना लोगों को उस समय भारी पड़ गया, जब एक-एक कर लोग बीमार होने लगे. उल्टी-दस्त से परेशान लोगों का इलाज कराने पहुंची मेडिकल टीम ने दो दर्जन से अधिक लोगों का उपचार कर उन्हें खतरे से बाहर निकाला. इलाज के दौरान एक 9 वर्षीय बच्ची की दुखद मृत्यु हो गई. बाकी लोगों को स्वास्थ्य लाभ मेडिकल टीम ने प्रदान किया.
बेटी के पिता ने बताया कि रात में उसकी हालत खराब हुई और उल्टी-दस्त शुरू हो गई. दवा लेने वह रामनगर गए मगर फायदा नहीं हो पाया और आखिरकार उसकी मृत्यु हो गई. वहीं गांव में जितने लोग दावत में गए थे हर घर से कोई न कोई बीमार है.
बाराबंकी के पुलिस अधीक्षक डॉक्टर अरविन्द चतुर्वेदी ने बताया कि रामनगर इलाके के सेमराय गांव में 24 नवंबर की रात एक तिलक समारोह का आयोजन हुआ था. जिसमें 70-80 लोगों ने भोजन किया था. जिन लोगों ने भोजन किया था, उनमें से कुछ लोग 2 दिन बाद बीमार होने लगे और उन्हें उल्टी-दस्त शुरू हो गई. जिलाधिकारी के निर्देश पर मेडिकल की टीम ने गांव जाकर लोगों का इलाज किया और अब वह स्वस्थ हैं. लेकिन इस फूड प्वाइजनिंग में इलाज के दौरान एक नौ वर्षीय बच्ची की दुखद मृत्यु हो गई. कानून व्यवस्था की कोई समस्या नहीं है.