मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यूपी को एक नए कैंसर हॉस्पिटल की सौगात दी है। लखनऊ में बना यह आधुनिक कैंसर संस्थान मुंबई के प्रसिद्ध टाटा मेमोरियल सेंटर की तर्ज पर काम करेगा। साथ ही लखनऊ वासियों को दो और तोहफे मिले। जाम की समस्या से निजात दिलाने वाले दो फ्लाईओवर का लोकार्पण भी किया गया।
दरअसल मंगलवार को रक्षामंत्री और लखनऊ से सांसद राजनाथ सिंह और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सीजी सिटी, सुल्तानपुर रोड पर बने इस नवीन कैंसर इंस्टिट्यूट के सर्जिकल ऑन्कोलॉजी, रेडिएशन ऑन्कोलॉजी एवं अन्तः रोगी सेवाओं का शुभारंभ किया। साथ ही ओपीडी ब्लॉक की भी शुरुआत की। इसके अलावा इसके आवासीय परिसर का शिलान्यास भी किया गया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कैंसर संस्थान की चर्चा करते हुए कहा कि यह टाटा ट्रस्ट के सहयोग के लखनऊ में स्थापित हुआ है। यह कैंसर संस्थान पूरे उत्तर प्रदेश के लिए बड़ी सुविधा देने वाला होगा। अभी शुरुआत में कैंसर हॉस्पिटल की क्षमता 54 बेड की है, इसे शीघ्र ही 750 की क्षमता में तब्दील किया जाएगा। अगले चरण में 1250 बेड की क्षमता तक ले जाने का लक्ष्य है। मुख्यमंत्री ने कहा आयुष्मान योजना और मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना जैसे प्रयासों ने उच्च गुणवत्तापरक मेडिकल सुविधाएं मुहैया कराने के संकल्प को सिद्ध करने में सहायता दी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि लखनऊ को मेट्रो के उपहार के साथ-साथ रिंग रोड और शहीद पथ की परिकल्पना राजनाथ सिंह के विजन का ही प्रमाण है। शहीद पथ तो आज लखनऊ की लाइफलाइन बन गई है। अगर शहीद पथ न होता तो लखनऊ का क्या होता? उन्होंने रिंग रोड की चर्चा करते हुए कहा कि यह लखनऊ आगरा एक्सप्रेस-वे व पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे को जोड़ने व नेशनल हाइवे लखनऊ सीतापुर बरेली को जोड़ने का जरिया बनेगी।

दो नए फ्लाईओवर को लखनऊवासियों के लिए त्योहारी तोहफा बताते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि लखनऊ राजधानी है। इसे इसके गौरव के अनुरुप ससज्जित शहर का स्वरूप देने के लिए राज्य सरकार संकल्पित है। दोनों आरओबी लखनऊ की करीब 20 लाख आबादी के लिए बड़ी सुविधा देने वाला सिद्ध होगा। मुख्यमंत्री ने लखनऊ के सांसद के तौर पर रक्षामंत्री राजनाथ सिंह के विकास के प्रति समर्पण और आवश्यक मार्गदर्शन के लिए धन्यवाद भी दिया। दिल्ली से वर्चुअली इस कार्यक्रम में शामिल रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने मुख्यमंत्री योगी को ‘कर्मयोगी’ की संज्ञा देते हुए लखनऊ सहित पूरे प्रदेश के विकास के समन्वित प्रयास के लिए मुख्यमंत्री की तारीफ की। राजनाथ सिंह ने कहा की लखनऊ को मेट्रोपोलिटन शहर के रूप में विकसित किए जाने के लिए इन्फ्रास्ट्रक्चर विकास की बड़ी जरूरत है। पिछले तीन वर्षों में जिस तरह कई नए फ्लाईओवर तैयार हुए हैं, उनसे शहर के विकास को तेजी मिली है। राजनाथ सिंह ने लखनऊ स्मार्ट सिटी से संबंधित परियोजनाओं को प्राथमिकता के साथ किए जाने पर प्रसन्नता जाहिर की। साथ ही भरोसा दिया कि केंद्र सरकार के स्तर से आवश्यक मदद मुहैया कराने के लिए उनकी ओर से प्रयासों में कोई कमी नहीं होगी।कार्यक्रम में डिजिटल माध्यम से जुड़े प्रदेश के लोक निर्माण विभाग के मंत्री और उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने राज्य में संचालित सेतु व सड़क परियोजनाओं को समय से और गुणवत्ता के साथ पूरा किये जाने के लिए सभी को भरोसा दिलाया। मुख्यमंत्री ने केशव मौर्य के कामकाज की सराहना की। इस अवसर पर क़्वालिटी कंट्रोल ऑफ इंडिया और नव लोकर्पित कैंसर हॉस्पिटल के बीच एक एमओयू पर भी हस्ताक्षर हुआ।
मुख्यमंत्री आवास पर वर्चुअल माध्यम से हुए कार्यक्रम में स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह, चिकित्सा शिक्षा मंत्री सुरेश खन्ना, मुख्य सचिव आरके तिवारी, अपर मुख्य सचिव सूचना नवनीत सहगल, कैंसर इंस्टिट्यूट के डायरेक्टर डॉ. शालीन कुमार सहित टाटा ट्रस्ट के प्रतिनिधि व शासन के अनेक अधिकारी उपस्थित रहे। 133 करोड़ की लागत से 1528 मीटर लम्बे हुसैनगंज चौराहा-बासमंडी चौराहा-नाका हिन्डोला चौराहा डीएवी कॉलेज के मध्य तीन लेन फ्लाईओवर और 64.47 करोड़ रुपये की लागत से 908 मीटर लंबे हैदरगंज तिराहा से मीना बेकरी से पूर्व तक निर्मित दो लेन नव लोकर्पित फ्लाईओवर राजधानी लखनऊ की ट्रैफिक जाम की समस्या के लिए बड़ा हल सिद्ध होगी।