उत्तर प्रदेश के बलिया जिले के दुर्जनपुर कांड के मुख्य आरोपी धीरेंद्र प्रताप सिंह डब्लू को रिमांड पर लेने के लिये पुलिस ने मंगलवार को कोर्ट में आवेदन दिया। इस मामले पर बुधवार को सुनवाई होगी। न्यायालय से पुलिस ने सात दिनों की पीसीआर (पुलिस कस्टडी रिमांड) देने का अनुरोध किया है।
दरअसल कोटे की दुकान आंवटन के दौरान 15 अक्तूबर को हुए बवाल व फायरिंग में दुर्जनपुर निवासी जयप्रकाश पाल गामा की मौत हो गयी। इस घटना के मुख्य आरोपित रिटायर फौजी धीरेंद्र प्रताप सिंह डब्लू को एसटीएफ ने रविवार की सुबह लखनऊ में गिरफ्तार कर लिया। उसी दिन रात में उसे लेकर पहुंची एसटीएफ ने कोतवाली पुलिस के हवाले कर दिया। सोमवार को पुलिस ने मुख्य न्यायायिक मजिस्ट्रेट रमेश कुशवाहा की अदालत में धीरेंद्र को पेश किया, जहां से उसे 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया। बताया जाता है कि घटना में प्रयुक्त हथियार की बरामदगी के लिये पुलिस ने कोर्ट में आवेदन देकर सात दिनों का रिमांड मांगा। पुलिस के अनुसार इस मामले पर बुधवार को सुनवाई होगी। एसओ रेवती प्रवीण कुमार सिंह का कहना है कि धीरेंद्र से उन लोगों की जानकारी भी लेनी से जिन्होंने उसे फरारी के दौरान प्रश्रय दिया। ऐसे में रिमांड जरूरी है।
वहीं, एक और आरोपित को कोतवाली पुलिस ने मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया। मुख्य आरोपित धीरेंद्र सिंह डब्लू के साले बिहार के छपरा निवासी धर्मेंद्र सिंह को पुलिस ने माल्देपुर से पकड़ा है। पुलिस का कहना है कि घटना के वक्त दुर्जनपुर गांव में ही मौजूद था। उसका नाम मामले की विवेचना में प्रकाश में आया है। इस घटना में अब तक 11 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है।