बिहार में ज्यों-ज्यों विधानसभा चुनाव की तारीख पास आती जा रही है वहां का सियासी तापमान चढ़ता जा रहा है। राजनीतिक दलों का वार-पलटवार और तेज होता जा रहा है। इस बीच, अपने बयानों से अक्सर विवादों में रहने वाले एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर निशाना साधा है।
ओवैसी ने कहा, “प्रधानमंत्री लोक जनशक्ति पार्टी को शामिल नहीं किया। वह एक बार में 2 घोड़े पर सवार होना चाहते हैं और उनमें से एक के ऊपर बिहार में राज करना चाहते हैं। उन्होंने चुनावी घोषणा पत्र जारी करते हुए 19 लाख नौकरियां देने का वादा किया है। यह साफ संकेत है कि बीजेपी वहां पर अपना मुख्यमंत्री चाहती है और नीतीश कुमार को रिटायरमेंट चाहती है।”
उन्होंने बिहार में सत्ता में आने पर मुफ्त वैक्सीन के बीजेपी के घोषणा पत्र को लेकर भी पीएम मोदी पर हमला बोला। एआईएमआईएम चीफ ने आगे कहा- “पीएम कम से कम ये बता दें कि इंसान की ज़िंदगी चाहे बिहार, यूपी या गुजरात की हो संविधान के लिहाज़ से सभी की ज़िंदगी बराबर है तो किस तरह की राजनीति पीएम कर रहे हैं कि सत्ता मिलने पर ही वैक्सीन दी जाएगी। अगर सत्ता नहीं मिलेगी तो क्या वो वैक्सीन नहीं देंगे।”
ओवैसी ने आगे कहा- पीएम बिहार की जनता को ये क्यों नहीं बताते कि उन्होंने 5 साल पहले 20 लाख करोड़ के पैकेज का ऐलान किया था उसमें से बिहार की जनता को कितना दिया गया,वो ये क्यों नहीं बताते कि उनकी सरकार ने हेल्थ विभाग को जो पैसे दिए थे उसमें से 60%पैसा बिहार सरकार ने खर्च क्यों नहीं किया।
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बिहार में आज पहला चुनाव कैंपेन कर चुनावी बिगूल फूंक दिया है। उन्होंने इस दौरान विपक्षी दलों पर जोरदार हमला बोला। इसके बाद, विपक्षी दलों की तरफ से पीएम मोदी पर भी निशाना साधा जा रहा है।
दरअसल, आजकल आईपीएल के शुरू होने के बाद खेलों का सिलसिला शुरू हो गया है। सीएसटी और स्थानीय पुलिस ने कोतवाली थाना क्षेत्र में एक आवासीय परिसर में छापा मारा और गुजरात के राजकोट जिले के मूल निवासी रणधीर सिंह (45) और अजमेर के कृपाल सिंह जोधा उर्फ अंकित जोधा (41) को गिरफ्तार किया। आरोपियों के कब्जे से 4 करोड़ 18 लाख से अधिक नगदी, पैसे गिनने की दो मशीन, 9 मोबाइल फोन और एक कैलकुलेटर बरामद किया गया। उनके खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
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अतिरिक्त पुलिस कमिश्नर अजय पाल लांबा ने कहा, जांच के दौरान यह पाया गया कि लेन-देन के रिकॉर्ड को बनाए रखने के लिए इन सटोरियों द्वारा बनाए गए व्हाट्सएप समूहों और सोशल मीडिया समूहों को धार्मिक नाम दिए गए थे। किसी भी संदेह से बचने के लिए इन नामों का भी इस्तेमाल किया जा रहा था। ये आरोपी बहुत ही गुपचुप तरीके से अपने समूह का संचालन कर रहे थे।
पुलिस की जांच में पता चला है कि सट्टेबाजी का मास्टरमाइंड राकेश राजकोट दुबई में बैठकर पूरे देश में सट्टेबाजी का रैकेट चला रहा है। इसने अपना एक ग्रुप बना रखा है, जिसमें आईडी पासवर्ड के जरिए सट्टा लगता है।