गोरखपुर में शाम 4 बजे विजयादशमी का जुलूस निकलेगा जिसमें परम्परा वेशभुषा में शामिल होकर सीएम योगी मानसरोवर मंदिर जाएंगे.
गोरखनाथ मंदिर के मठ में रविवार को ‘संतों की अदालत’ लगेगी. इसमें गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ दंडाधिकारी की भूमिका में होंगे. विजयदशमी के दिन होने वाले इस आयोजन में योगी आदित्यनाथ नाथ पंथ के संतों के विवादों का निपटारा करते हैं. इसके पूर्व नाथ योगी एवं संत पात्र देवता के रूप में प्रतिष्ठित कर उनका पूजन करते हैं. नाथ पंथ के अनुयायियों के मुताबिक नाथ संप्रदाय में पात्र पूजा की परंपरा पौराणिक है. यह संतों के बीच अनुशासन बनाए रखने का जरिया है. बता दें कि योगी आदित्यनाथ मुख्यमंत्री के साथ ही नाथ पंथ के सर्वेसर्वा भी हैं. देश भर के नाथ योगी उन्हें अपना मुखिया मानते हैं. गोरक्षपीठ नाथ पंथ की सबसे बड़ी पीठ है. उनका फैसला अंतिम माना जाता है.
सीएम योगी होंगे विजयादशमी जुलूस में शामिल
रविवार को सुबह अनुष्ठानिक कार्यकर्मो के साथ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गोरखनाथ मंदिर में दोपहर 12 बजे कन्या पूजन करेंगे. सीएम योगी शाम 4 बजे विजयादशमी का जुलूस निकलेगा जिसमें परम्परा वेशभुषा में शामिल होकर वह मानसरोवर मंदिर जाएंगे. यहां चल रही रामलीला में वह भगवान राम का तिलक करेंगे.
आपको बता दें कि गोरखनाथ मंदिर में शारदीय नवरात्र भव्य रूप में मनाया जाता है. शारदीय नवरात्र में सीएम योगी नौ दिन तक व्रत रखकर माता की पूजा-अर्चना करते है. शारदीय नवरात्र में योगी अपने भवन से बाहर नहीं निकलते हैं. अष्टमी के दिन शस्त्र की पूजा की जाती है.