बलिया के भाजपा विधायक सुरेंद्र सिंह को शहर आगमन पर काला झंडा दिखाए जाने के बाद सिविल लाइंस में जमकर उपद्रव हुआ। पुलिस के सामने ही प्रदर्शनकारियों व समर्थकों में जमकर लात-घूंसे चले। जिससे वहां अफरातफरी मच गई। बाद में किसी तरह प्रदर्शनकारियों को बचाकर पुलिस थाने ले गई। जहां दोनों पक्षों पर केस दर्ज हुआ। उधर प्रदर्शनकारियेां को छोडने की मांग कर रहे लोगों ने थाने में नारेबाजी करते हुए धरना भी दिया।
विधायक सुरेंद्र सिंह रविवार को एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने शहर आए थे। दोपहर दो बजे के करीब वह मेडिकल चौराहे से सिविल लाइंस की ओर आ रहे थे। पीडी टंडन पार्क के सामने उनके काफिले के सामने आकर करीब एक दर्जन लोगों ने काले झंडे लहराने शुरू कर दिए। वह विधायक के खिलाफ नारेबाजी भी कर रहे थे। इसी दौरान विधायक समर्थकों ने उन्हें घेरकर पीटना शुरू कर दिया।
इसके बाद पुलिसकर्मियों के सामने ही वहां जमकर लात-घूंसे चले। सूचना पर सिविल लाइंस के साथ ही कर्नलगंज की फोर्स पहुंची। तब जाकर पिट रहे तीन प्रदर्शनकारियों को बचाकर थाने ले जाया गया। इसके बाद विधायक का काफिला आगे के लिए रवाना हुआ। प्रदर्शनकारियों ने खुद को होल्कर सेना से जुड़ा बताया।
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उन्हें छुड़ाने के लिए थाने पहुंचे संगठन के लोगों ने पुलिस पर उत्पीडन का आरोप लगाते हुए नारेबाजी की और थाने परिसर में ही धरना भी दिया। देर शाम सभी को छोड़ दिया गया। हालांकि एसपी सिटी दिनेश कुमार सिंह ने बताया कि मारपीट करने वालों को सीसीटीवी व वीडियो फुटेज के जरिए चिह्नित किया जा रहा है। दोनों पक्षों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी।
पुलिस के सामने पीटे गए कार्यकर्ता :
उधर होल्कर सेना के पदाधिकारी विवेक पाल ने आरोप लगाया कि विधायक लगातार विवादित बयान देते रहे हैं। हाल ही में उन्होंने हुए जघन्य हत्याकांड में आरोपी के पक्ष में बयान दिए। जिससे समाज में रोष है। संगठन के कार्यकर्ता शांतिपूर्ण तरीके से विरोध जता रहे थे जिस पर उन्हें बुरी तरह पीटा गया। यह पुलिस की मौजूदगी में हुआ। पुलिसकर्मी मूकदर्शक बने रहे। इस मामले में वह हमलावरों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराने को तहरीर देंगे।