कासगंज: करवा चौथ से पूर्व एक पति की दो पत्नियां कासगंज कोतवाली में पहुुंच गई। दूसरी पत्नी ने बार – बार अनैतिक संबंध बनाने की मना करने पर हवस के पुजारी पति ने पहले मारपीट कर जला दिया। बाद में उससे संबंध न बनाने पर दूसरी पत्नी को घर में बुला लिया। फिलहाल पति सहित दोनो पत्नियों की पंचायत कासगंज कोतवाली में चल रही है। दोनो पत्नियां पति पर अपना अपना हक जता रही हैं।
आपको बतादें कि कोतवाली की कुर्सी पर बैठा ये मयंक माहेष्वरी हैं, जोकि सर्राफा ज्वैलर्स के नाम से विख्यात है। बताया जा रहा है कि मयंक माहेष्वरी ने शिखा माहेश्वरी नाम की युवती से तकरीबन 20 वर्ष पूर्व शादी की थी, शादी के बाद शिखा ने दो बच्चो को जन्म भी दिया, किन्तु बाद में मयंक माहेश्वरी ने तलाक का बहाना कर लक्ष्मी नाम की युवती से शादी कर ली।लक्ष्मी ने भी एक बच्ची को जन्म दिया। लक्ष्मी का आरोप है कि पति मयंक ने उससे दस वर्ष पूर्व षादी की और बाद में अनैतिक संबंध बनाते रहे। जब इस बात का मना किया तो उन्होंने पहले लक्ष्मी का मारापीटा और हाथ में जला दिया। बाद में अनैतिक संबंध न बनाने पर लक्ष्मी को घर से निकाल कर पहली पत्नी शिखा माहेश्वरी को बुला लिया। जिससे दूसरी नाराज पत्नी ने पहली पत्नी और पति के खिलाफ बिखेरा खडा कर दिया और तीनो कासगंज कोतवाली में पहंुच गए। जहां उन्होंने पति को बंद कराकर दोनों पत्नियों ने अपना अपना पति पर हक जताना शुरू कर दिया। पुलिस और लोग समझाने की कोशिश में जुटे रहे, परंतु दोनो पत्नियां अपनी अपनी जिद पर अडी रही है, और किसी की मनाने को तैयार नहीं है।
मामला कुछ भी हो परंतु पहली पत्नी शिखा माहेश्वरी का कहना है कि उनके ददिया ससुर के अंतिम संस्कार में आई थी, उनके आने के बाद मेरे पति के साथ एक महिला रह रही थी, उसने मुझे और बच्चे को मारने की और घर से निकालने की धमकी दे रही थी, इसलिए मुझे पुलिस स्टेशन आना पडा।अब शिखा माहेश्वरी से चाहती हैं कि वह और उनके बच्चे घर में ही रहे हैं, मयंक किसके साथ रहते हैं, इनसे मुझे कोई लेना देना नहीं है।तलाके के बाद हुई शादी के मामले में शिखा माहेश्वरी ने जबाब दिया कि मुझे अभी तक कोई कोर्ट ने आदेश नहीं दिया है। में कोर्ट कचहरी के चक्कर नहीं काटना चाहती है। में अपने बच्चो को सड़क पर या फिर कोई बदमाश नहीं बनाना चाहती है, इसलिए में अपने सास ससुर के पास ही रहूंगी।