भारत देश एक ऐसा देश जिसमे किसानों की संख्या सबसे ज्यादा है हमारे देश में किसानों को भगवान् का दर्जा दिया जाता है अगर किसान न होते आनाज भी आता इस दुनिया में, लेकिन आज की दुनिया में किसानों के हालत इतने ख़राब हो गये है जिसका कारण है उनकी फसल का ख़राब होना इसी बीच एक ऐसी खुशखबरी किसानों के लिए आयी है, जो उनके चेहरे पर मुस्कान लौट आई है़.
बल्दीराय,सुल्तानपुर- किसानों के खेत में भी अब फसल लहराएगी, इस जगह साल के बारह महीने खेतों में पानी भरा रहता है।इस गम्भीर समस्या को क्षेत्र वासियों ने लोकसभा व विधानसभा के चुनाव में चुनावी मुद्दा बनाया था,
इसके बावजूद जलभराव की समस्या रुक ही नही रही थी.
इस गम्भीर समस्या को लेकर विपक्ष में रहकर भाजपा के स्थानीय पदाधिकारी व कार्यकर्ताओं ने जन आंदोलन भी किया था।समय बीतता गया सरकार भाजपा की आयी तो स्थानीय लोगों ने जन समस्या को स्थानीय सांसद मेनका गांधी के समक्ष रखा।श्रीमती गांधी ने जन समस्या को गंभीरता से लेते हुए समस्या के निदान के लिए सरकार से 9 करोड़ 38 लाख का वजट पास कराकर सोमवार को जब शिलान्यास किया तो जल भराव की समस्या से जूझ रहे किसानों के चेहरे खिल गए।
80 के दशक से बनी थी समस्या।पुरानी गोमती नदी की धारा 1955 में परिवर्तित होने के बाद इस नदी के तटवर्ती गांव में खुरपका झील दशकों से किसानों के लिए कहर बनी हुई है, 80 के दशक से बढ़े जलभराव की समस्या से तकरीबन सौ गांवों की आबादी त्रस्त रही। ऐसे में बड़ी आबादी खेती-बाड़ी छोड़कर पलायन को मजबूर रही।काशी क्षेत्र उपाध्यक्ष राम चन्द्र मिश्र,जिला उपाध्यक्ष संजय सिंह त्रिलोकचंदी व भाजपा नेत्री बबिता अखिलेश तिवारी के अथक प्रयास से जल भराव की समस्या से जूझ है किसानों को राहत मिलेगी।ग्रामीण बताते हैं कि शारदा सहायक नहर खंड-16 का बढ़ा पानी भी बिना जल निकासी वह बिना उचित व्यवस्था के इन्हीं क्षेत्रों में छोड़ दिया जाता रहा।
जिससे हजारों बीघा कृषि योग्य जमीन जलमग्न हो जाती थी।सोमवार को जल शक्ति राज्य मंत्री बलदेव सिंह औखल व सांसद मेनका गांधी ने धनपतगंज ब्लॉक के चंदौर में 9 करोड़ 38 लाख रुपए की लागत से ड्रेन का शुभारंभ किया। इससे अब पानी निकासी हो सकेगी और जलभराव नहीं होने से आसपास के क्षेत्रों में खेती किसानी की जा सकेगी। इससे पहले आलम ये था कि गांव के काश्तकार अनाज खरीद कर खाने को विवश होते रहे। ड्रेन के शुभारंभ के बाद से खारा, चंदौर, बढ़नपुर, उपाध्यायपुर, परसपुर, ढबिया, मडहा, माधवपुर,
बहुबरा, मट्ठा, गोविंदपुर, तारा का पुरवा, मुडुवा, अगई, सडाव,नौगवां, जज्जौर,खाजापुर, तीरगांव, तिवारीपुर, बसंतपुर समेत कई गांवो के सैकड़ों किसानों को निजात मिलने जा रही है़।
इस मौके पर,जिला पंचायत अध्यक्ष प्रतिनिधि शिवकुमार सिंह,पूर्व मंत्री ओम प्रकाश पांडेय,पूर्व जिलाध्यक्ष करुणा शंकर द्विवेदी, ओम प्रकाश बजरंगी,सांसद प्रतिनिधि रंजीत सिंह,अखिलेश तिवारी,अवध कुमार सिंह पप्पू,जिला पंचायत सदस्य राम गोपाल यादव,भीष्म नरायन,अवधेश दुबे,दिलीप सिंह,राजधर शुक्ल,प्रदीप पांडेय दादा,जनार्दन दुबे, हेमन्त कुमार,राजेश दुबे निर्माण,संतोष कुमार सिंह,त्रिनेत्र पांडेय,उत्तम सिंह,अवधेश त्यागी आदि लोग मौजूद रहे।