उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले के बूलगढ़ी में कथित गैंगरेप के बाद युवती की मौत के बाद सीबीआई टीम जांच पड़ताल में जुटी है। सीबीआई ने जांच के 23 वें दिन पहली बार किसी को पूछताछ के लिए नहीं बुलाया। ना ही टीम गांव में किसी से जानकारी करने के लिए पहुंची। अब तक की जांच सीबीआई ने ‘अपनों’ से ज्यादा की है। ऐसे में माना जा रहा है सीबीआई को इस केस में अपनों पर ही शक है।
दरअसल बूलगढ़ी में 14 सितम्बर को एक युवती के साथ वारदात हुई। 29 सितम्बर को युवती की दिल्ली में उपचार के दौरान मौत हो गयी। उसके बाद एसआईटी ने पूरे मामले की जांच की,क्योंकि पुलिस पर लापरवाही के सवाल उठे रहे थे। इसलिए एसआईटी ने पूरे मामले में पुलिस की भूमिका की जांच पड़ताल की है। बाकी मुकदमे की विवेचना सीबीआई को दी गयी है। सीबीआई हर पहलू पर जांच पड़ताल कर रही है। लगातार कई कई बार आरोपी और पीड़ित परिवार के अलावा इस प्रकरण से जुड़े लोगों से बातचीत हो चुकी है। सीबीआई की जांच भी लगभग पूरी होने को है। बुधवार को सीबीआई के कैम्प कार्यालय पर सन्नाटा रहा। टीम के सदस्य गांव में भी नहीं गये। बताया जाता है कि टीम दिल्ली के लिए गयी है। हो सकता है कि टीम दिल्ली के सफदरगंज में जाकर जांच पड़ताल करे।
पीड़ित परिवार की सुरक्षा का मोर्चा सीआरपीएफ ने संभाल रखा है। सीआरपीएफ हर वक्त मुस्तैदी के साथ परिवार की सुरक्षा में लगी है। ताकि कहीं कोई चूक न हो। बिना सीआरपीएफ की अनुमति के परिवार के लोग बाहर नहीं आ सकते है। अगर किसी को घर से बाहर आना होता है कि सीआरपीएफ के जवान उनके साथ हर वक्त साये की तरह से रहते है। पीड़ित के घर आने वाले हर व्यक्ति का ब्यौरा रखा जा रहा है। सीआरपीएफ की कंपनी चंदपा थाने के पीछे रोहई गांव में बने स्कूल में ठहरी है,लेकिन सुबह चार बजे ही बत्ती गुल हो जाती है। इससे जवानों को कोई काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। कुछ जवान तो बिना नहाये ही ड्यूटी करने के लिए आ रहे है। इसे लेकर सीआरपीएफ के सब इंस्पेक्टर एचएस शर्मा ने सबसे पहले बिजली विभाग के एसई से बातचीत की और उसके बाद ज्वाइंट मजिस्ट्रेट को अपनी परेशानी के बारे में अवगत कराया।
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