भले ही योगी सरकार महिला उत्पीड़न सख्त और लव जेहाद मामलो को लेकर राम राम सत्य की बात कर रही हो, लेकिन उत्तर प्रदेश के जनपद कासगंज में महिला उत्पीड़न के मामले दर मामले सामने आ रहे हैं, जबकि पुलिस ऐसे मामलो को जानबूझकर ठंडे बस्ते में डाल रहे हैं।

जी हाँ ताजा मामला पटियाली थाना क्षेत्र के नगला जैली का है।बताया जा रहा है कि पांच अगस्त को गांव के ही रामभजन, अजय, रामलाल, रामसिंह पुष्पेंद्र सिंह 13 वर्षीय बच्ची को अगवा कर ले गये और तीन दिन तक कमरे में सामूहिक दुराचार की घटना को अंजाम दिया।

बाद में आठ अगस्त को अरहर के खेत में डाल कर फरार हो गये।ग्रामीणों की सूचना पर पहुंची पुलिस किशोरी को लेकर पटियाली थाने पहुंची और एफआईआर दर्ज कर ली। आरोप है कि पुलिस ने बाद में माँ पापा भाई को जेल भेजने की धमकी देकर पीडिता के बयान बदलवा दिया और न ही उसका कोई चिकित्सीय परीक्षण कराया।बाद में उसके कलमबद्ध बयान भी दर्ज करा लिये। साथ ही उन्होंने एसपी को दिये गये गये प्रार्थना पत्र में आरोपियों से पुलिस ने रूपये लेकर मदद करने को आरोप लगाया है।इस संबंध में कोई कार्रवाई न किये जाने पर पीडिता और उसके परिजनों ने एक बार फिर एसपी से न्याय की उम्मीद जगाई है, ताकि पीडिता को हर संभव न्याय मिल सके।