उत्तर प्रदेश के पूर्वांचल में ठंड ने जोरदार दस्तक दे दी है। पहाड़ों से आ रही बर्फीली हवाओं ने गलन बढ़ा दी है। सर्द पछुआ हवा बहने लगी है। इसके चलते वाराणसी में न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस से भी नीचे चला गया है। इस सीजन में पहली बार न्यूनतम तापमान इतना कम हुआ है। मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि 28 नवंबर तक इसी तरह ठंड पड़ेगी। सुबह धुंध व कोहरा भी छा सकता है।
दरअसल पूर्वांचल में सोनभद्र से लेकर बलिया तक शाम होते ही ठंड अचानक तेज हो जा रही है। इससे दोपहर बाद ही बाजारों में सन्नाटा पसर जा रह है। वाराणसी में रविवार को अधिकतम तापमान 25 और न्यूनतम तापमान 9.4 डिग्री सेल्सियस था। अधिकतम तापमान सामान्य से तीन और न्यूनतम सामान्य से चार डिग्री सेल्सियस कम था। शनिवार को अधिकतम तापमान 26.6 और न्यूनतम तापमान 11 डिग्री दर्ज किया गया था। दीपावली बाद ठंड बढ़ने की संभावना जताई जा रही थी लेकिन कोल्ड फ्रंट के चलते मौसम में आए इस बदलाव ने लोगों को चौंका दिया है। शनिवार रात से बढ़ी ठिठुरन रविवार सुबह और देर शाम भी महसूस की गई। धूप ने राहत दी मगर शाम होते ही गलन बढ़ गई। ग्रामीण क्षेत्रों में ठंड अधिक तल्ख महसूस हो रही है। रविवार को छुट्टी होने के नाते बाजारों में अधिक भीड़ नहीं दिखी। वैसे, इसी तरह ठंड बढ़ी तो शाम के वक्त बाजार भी प्रभावित हो सकते हैं।
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मौसम के इस बदलाव से ऊनी वस्त्रों और ब्लोअर-हीटर आदि के बाजार के गर्म होने की संभावना है। मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि 28 नवंबर तक अधिकत तापमान 26 से 28 डिग्री और न्यूनतम तापमान 10 से 13 डिग्री सेल्सियस के बीच रहेगा। सुबह के समय कोहरा और धुंध छाए रहने की संभावना है। शहर में कुछ स्थानों पर अलाव तो जलने शुरू हो गए हैं लेकिन आधा दर्जन स्थानों पर नगर निगम की ओर से बने रैन बसेरों में अब तक कोई व्यवस्था नहीं हुई है। यहां तक कि उनमें सफाई भी नहीं हुई है। वाराणसी सिटी स्टेशन, भैसासुर घाट, चौकाघाट सांस्कृतिक संकुल और माल गोदाम रोड पर बने रैन बसेरों पर अभी ताले लटक रहे हैं।