15 अगस्त, 2021…यानि जब अफगानिस्तान पर तालिबान ने हमला किया था, तो राष्ट्रपति अशरफ गनी सबसे देश छोड़कर भाग निकले थे। उन्हें यूएई ने शरण दी थी। लेकिन दूसरी तरफ यूक्रेन के राष्ट्रपति वेलोडिमीर जेलेंस्की हैं। जिन्होंने यह जानते हुए भी घुटने टेकने से इंकार कर दिया है कि, उनकी सेना ज्यादा देर तक रूस को रोक कर नहीं रख पाएगी। जेलेंस्की ने यूक्रेन की हिफाजत के लिए अमेरिका के आए उस ऑफर को भी ठुकरा दिया है, जिसमें उन्हें सुरक्षित निकालने की पेशकश की गई थी।
वाशिंगटन पोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिका ने रूसी हमले के बीच यूक्रेन के राष्ट्रपति वेलोडिमीर जेलेंस्की को देश से निकालने का प्रस्ताव दिया था। हालांकि, जेलेंस्की ने इसके लिए मना कर दिया है। उन्होंने कहा है कि, उन्हें लड़ने के लिए हथियार चाहिए, गाड़ी नहीं।वोलोडिमिर जेलेंस्की ने कहा कि रूस उन्हें खत्म कर यूक्रेन को राजनीतिक रूप से बर्बाद करना चाहता है। फिलहाल रूस यूक्रेन की राजधानी कीव को घेरने की कोशिश में है।
पुतिन ने यूक्रेन सैनिकों को दी सरेंडर करने की सलाह
जंग के बीच, पहली बार रूस के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की ने देश के नाम संबोधन दिया। कहा- हमारी स्ट्रैटजी और इरादे बिल्कुल साफ हैं। हम यूक्रेन पर कब्जा नहीं करना चाहते। इसलिए यूक्रेन की फौज को चाहिए कि वो फौरन सरेंडर करे। यूक्रेन के तमाम लोगों को वहां की सरकार ने बंधक बना लिया है। वोलोडिमिर जेलेंस्की की सरकार ड्रग एडिक्ट और नाजियों का गिरोह है। यूक्रेन की फौज को वहां की सरकार का तख्तापलट करके सत्ता अपने हाथ में ले लेनी चाहिए।