रिश्तेदार की संपत्ति कब्जा करने के आरोप में रविवार को भदोही कोर्ट में पेश किए गए ज्ञानपुर के बाहुबली विधायक विजय मिश्र ने पेशी के बाद जेल जाते समय आरोप हुए कहा कि पुलिस ने उनकी पेशी गैरकानूनी ढंग से कराई है। पुलिस मेरी हत्या कराना चाहती है।
मध्य प्रदेश से चलकर शाम को लगभग सवा चार बजे सीजेएम कोर्ट परिसर पहुंचे विधायक को पेशी की प्रक्रिया पूरी होने पर लगभग डेढ़ घंटे बाद अदालत ने जेल भेजने का आदेश दे दिया। इस दौरान भारी गहमागहमी के बीच जेल जाते समय उन्होंने कहा कि मुझे गैरकानूनी तरीके से यहां कोर्ट में पेश किया गया, जबकि मेरी पेशी एमपी-एमएलए कोर्ट में होनी चाहिए थी।
विजय मिश्र का आरोप है कि पुलिस मेरी हत्या कराना चाहती है। हालांकि इसके बाद सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए उन्हें जिला कारागार से नैनी जेल स्थानांतरित कर दिया गया।
बाहुबली विधायक विजय मिश्र की बेटी अधिवक्ता रीमा पांडेय ने पुलिस अधीक्षक पर अपने भतीजे मनीष मिश्रा के साथ मिलकर पिता के खिलाफ कार्रवाई करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि पुलिस अधीक्षक की मनीष से रोज बात होती है। आरोप लगाया कि पुलिस पिता की हत्या कराना चाहती है।
एसपी साहब को मैं बताना चाहती हूं कि उन्होंने मेरे पिता की हर कॉल रिकॉर्ड करके रखी है। अगर कभी आप उसके खिलाफ एक्शन लेंगे तो वह आपको भी ब्लैकमेल कर सकता है। पुलिस को मनीष की सारी कॉल डिटेल निकलवाकर जांच करानी चाहिए
बेटी रीमा पांडेय पेशी के बाद अपने चचेरे भाई ज्ञानपुर ब्लॉक प्रमुख मनीष मिश्रा पर बिफरतीं दिखीं। मीडिया से बातचीत में उन्होंने मनीष पर साजिश रचने के गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि मनीष और जिले के अन्य विपक्षी नेताओं ने मिलकर कृष्णमोहन तिवारी का ब्रेनवॉश किया और साजिश के तहत छोटे से घरेलू विवाद को इतना बड़ा प्रकरण बना दिया। जिस भतीजे को बेटे की तरह पाला-पोशा, उसी के मरने की साजिश करने की बात सोचकर मेरे पिता की तबीयत बिगड़ गई है।
भदोही के एसपी रामबदन सिंह ने बताया कि सभी आरोप बेबुनियाद हैं। पुलिस ने अपना काम किया है। अभियुक्त को पकड़ने के बाद उसे कोर्ट में पेश करना पुलिस का काम है। अब सुनवाई किस कोर्ट में होगी, यह फैसला अदालत करेगी, पुलिस नहीं। इससे पुलिस का कोई लेना-देना नहीं।