पूर्व मंत्रियों व पूर्व सांसद समेत 44 प्रत्याशियों की प्रतिष्ठा दांव पर है। भाजपा, सपा, बसपा, कांग्रेस व गठबंधन दल की जमीनी पकड़ की ताईद भी यह चुनाव करेगा। देखने वाली बात यह होगी की रविवार को मतदाता किस पर ज्यादा भरोसा जताते हैं।
पूर्व मंत्री विनोद सिंह को भाजपा ने सुलतानपुर सीट से चुनाव मैदान में उतारा है, वहीं ओपी सिंह बसपा के टिकट से सदर सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। पूर्व सांसद ताहिर खान को सपा ने इस बार इसौली सीट पर मौका दिया है। पिछले चुनाव परिणाम की बात करें तो पांच में से चार पर भाजपा को जीत मिली थी, जबकि एक सीट सपा की झोली में गई थी। इस बार जनता का मूड क्या होगा, वह किसे अपना रहनुमा चुनती है, इसका फैसला 10 मार्च को वोटों की गिनती के बाद होगा।