किसान आंदोलन की धरती मुजफ्फरनगर में सरकार और गठबंधन दलों के बीच जंग छिड़ गई है। मतदान से मतगणना का समय आते-आते दोनों पक्ष कई बार आमने-सामने आ चुके हैं। मतदान वाले दिन से गठबंधन के नेता ईवीएम की निगरानी में जुटे हैं। गतगणना वाले दिन भीड़ एकत्र करने की बात कही गई तो अधिकारियों ने बैंक्वट हाल की बुकिंग ही निरस्त करा दी। सड़कों पर लोग नजर न आए इसलिए धारा-144 लागू कर दी गई। गतगणना स्थल तक भीड़ रोकने के लिए चौराहों पर भी बंदिश लगाने की घोषणा डीएम-एसएसपी ने कर दी।
तंबू डालकर दूरबीन से की गई ईवीएम की पहरेदारी
10 फरवरी को मतदान के बाद 11 फरवरी तक सभी ईवीएम नई मंडी स्थित स्ट्रांग रूम पहुंचा दी गई थी। 12 फरवरी से गठबंधन नेताओं ने नवीन मंडी स्थित स्ट्रांग रूम पर तीन तंबू गाड़कर ईवीएम की निगरानी शुरू कर दी थी। उसी दिन गठबंधन नेताओं के साथ प्रत्याशी अनिल कुमार, चंदन चौहान, पंकज मलिक आदि ने स्ट्रांग रूम का निरीक्षण किया। निगरानी में कोई चूक न हो जाए इसके लिए गठबंधन नेता बाकायदा दूरबीन से स्ट्रांग रूम पर नजर रखते रहे।
डीएम-एसएसपी करते रहे स्ट्रांग रूम का निरीक्षण
भले ही गठबंधन नेता नवीन मंडी स्थल पर तंबू डालकर ईवीएम की निगरानी में जुटे थे। लेकिन जिले के डीएम चन्द्रभूषण सिंह व एसएसपी अभिषेक यादव भी समय-समय पर ईवीएम स्ट्रांग रूम का निरीक्षण कर सुरक्षा का जायजा लेते रहे। इनके साथ ही अधिनस्थ पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों की ड्यूटी भी निरीक्षण में लगी रही। एडीएम वीरेन्द्र बहादुर सिंह, एसपी सिटी अर्पित विजयवर्गीय के अलावा अन्य पुलिस तथा प्रशासनिक अधिकारी भी बारी-बारी मौके पर जाते रहे।