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डॉक्टर बनेंगे धर्मेंद्र और परीक्षा दे रहे प्रमोद, कॉलेज में फीस कम कराने की लालच में लिया रिस्क

वाराणसी में दूसरे उम्मीदवार की जगह पर BAMS का एग्जाम दे रहे एक छात्र को रंगे हाथो पकड़ लिया गया। वाराणसी के डॉ. विजय आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल और रिसर्च सेंटर की परीक्षा का केंद्र महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ से संबद्ध जगतपुर पीजी कॉलेज में गया था। इसी में वह दूसरे की जगह परीक्षा देने के दौरान दबोच लिया गया। पकड़े गए लड़के का नाम प्रमोद कुमार है, जो कि धर्मेंद्र कुमार यादव की जगह पर परीक्षा दे रहा था।

दो पेपर दे चुका है प्रमोद
काशी विद्यापीठ विश्वविद्यालय प्रशासन ने बताया कि प्रमोद नाम का यह लड़का BAMS एग्जाम के दो पेपर ऑलरेडी दे चुका है। किसी दूसरे कॉलेज में इसकी मेडिकल की पढ़ाई चल रही है। उस कॉलेज में प्रमोद की की फीस 20000 कम कराने का आश्वासन देकर उससे यह कार्य करवाया जा रहा था। फीस कम किए जाने के दबाव में आकर उसने इस परीक्षाओं को देना शुरू कर दिया।

आईडी और एडमिट कार्ड मिलाने पर पकड़ी गई चोरी
BAMS काेर्स के तीसरे साल की परीक्षा आज चल रही थी। इस दौरान क्लासरूम संख्या 69 में कक्ष निरीक्षक आमोद कुमार श्रीवास्तव और सुभाष की ड्यूटी थी। इन्होंने आंसर शीट पर हस्ताक्षर करते समय जब प्रमोद का प्रवेश पत्र और आईडी मैच कराई तो संदेह होने लगा। संदिग्ध मानकर उससे काफी पूछताछ की जाने लगी।

जिसकी परीक्षा दे रहा, वह गाजीपुर में
जब कक्ष निरीक्षकों ने काफी देर पूछताछ की तो पता चला कि प्रमोद भदोही के ज्ञानपुर का रहने वाला है, जो कि गाजीपुर के धर्मेंद्र के स्थान पर एग्जाम देने बैठा था। गड़बड़ी मिलते ही काशी विद्यापीठ प्रशासन ने उसे परीक्षा देने से वंचित कर दिया है। धर्मेंद्र का घर गाजीपुर के दौलतपुर में है। वह मेडिकल कॉलेज का रेगुलर छात्र है, उसके बावजूद उसकी जगह पर कोई दूसरा कैंडिडेट एग्जाम दे रहा था। उसके आवदेन में दिखाया गया है उसकी फीस अभी बाकी है।