अयोध्या- रायबरेली फोरलेन बनाए जाने की निर्माण प्रक्रिया प्रगति पर है ऐसे में किसानों की भूमि का मुआवजा कम होने को लेकर प्रभावित किसानो मे विरोध किया है मुआवजे की विसंगत के चलते सड़क के किनारे आवाज बाजार के लोगों में खलबली मची है
आपको बता दे फोरलेन के किनारे स्थित लोगों की परेशानी की वजह वह भूमि है जिसे खरीदकर उन्होंने अपने रहने का मकान बनवाये है । और वह आवास निधि अभिलेखों में दर्ज है फिर भी इन भूमि प्रभावित लोगों को किसी भूमि का ही मुआवजा प्रस्तावित है वर्ष 2017 से सर्किल रेट भी तहसील प्रशासन द्वारा नहीं रिवाइज किया गया है
जिला प्रशासन जिस भूमि को रूरल मानता है उसी भूमि पर स्थित व्यावसायिक प्रतिष्ठानों से पिछले 10 वर्षों से बिजली विभाग अर्बन क्षेत्र बताकर बिजली भी बिल वसूल रहा है। इस समय एनएच 330 फोरलेन को बनाने के लिए कार्य प्रगति पर है जिससे सड़क के किनारे लगे पेड़ों का कटान भी जारी है।
कस्बा कुमारगंज में बनने वाले फ्लाईओवर के लिए मिट्टी की जांच का कार्य लगभग पूर्ण हो चुका है वहीं किसानों ने मुआवजे के रूप में मिलने वाली रकम कम होने को लेकर अपनी नाराजगी भी जाहिर की है। अधिग्रहित की गई किसानों की जमीन का कम मुआवजा देने को लेकर शिवनाथ पुर गांव की ग्राम प्रधान अरुण कुमारी समेत दो दर्जन लोगों ने जिला अधिकारी व मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर उचित मुआवजा दिलाए जाने की मांग की है ।
इस समय एनएच 330 फोरलेन को बनाने के लिए काम तेजी से हो रहा है पहले चरण में सड़क किनारे लगे पेड़ों का कटान जारी है कुमारगंज में बनने वाले फ्लाईओवर के लिए मिट्टी की जांच भी हो रही है उधर किसानों ने मुआवजे के रूप में मिलने वाली रकम कम होने को लेकर अपनी नाराजगी जाहिर की है।
इसके लिए प्रधान शिवनाथपुर के घर पर सड़क में जमीन जाने वाले लोगों की बैठक हुई जिसमें जिला अधिकारी अयोध्या,तथा सीएम को पत्र लिखा गया। मुआबजेदारो ने कहा यदि सरकार द्वारा उचित मुआवजा नहीं दिया गया तो हम लोग न्यायालय की शरण लेंगे । इस दौरान बैठक मे राम उजियार पांडेय, रामप्रताप,राजनारायण,बैजनाथ,केदारनाथ,तेज बहादुर,बलदेव प्रसाद,अरविंद कुमार यादव, ओम प्रकाश सिंह प्रमुख रूप से मौजूद रहे।