जहां एक तरफ सत्ताधारी दल के विधायक देवमणि ने डीएम पर भ्रष्टाचार का ठीकरा फोड़ा है तो वही लम्भुआ विधानसभा क्षेत्र के बेलडाडी ग्राम सभा के गौरव यादव ने आवासीय पट्टे की जमीन पर पुनर्निर्माण के दौरान लेखपाल द्वारा कार्य कराए जाने को लेकर 10 हजार की पेशगी की मांग करने की बात कही है जोकि आरोप बेहद गम्भीर हैं ।
बताते चलें की जहां सूबे की योगी सरकार भ्रष्टाचार और गुंडागर्दी के खिफाल जीरो टॉलरेंस की बात कह रही है तो वहीं सुल्तानपुर जनपद में भ्रष्टाचार के आरोप आम बात बनते दिख रहे हैं, लेकिन मामला तो दिलचस्प तब हो गया जब सत्ताधारी दल के सीटिंग एमएलए ने ही कोविड किट में हुई खरीद पर भ्रष्टाचार का ठीकरा डीएम सी इंदुमती पर फोड़ दिया । लम्भुआ विधायक के क्षेत्र में ही ग्राम बेलडाडी निवासी गौरव यादव ने भ्रष्टाचार का आरोप लेखपाल शीतला वर्मा पर लगाते हुए कहा कि मेरे पिता के नाम वर्ष 2000 में आवासीय पट्टे का आवंटन हुआ था जिसपर निर्माण भी हुआ था ,जो कि जीर्णशीर्ण हो चुका था । परिवार की जानमाल के इफाजत के लिए उस मकान का जिर्णोद्धार का कार्य करवाया जा रहा था, जिसपर लेखपाल द्वारा रोक लगाते हुए कहा गया कि 10 हजार रुपये दो और काम कराओ । पीड़ित गौरव की मानें तो नजराने की राशि ना देने पर कार्य को रोक दिया गया है जिससे उनके व उनके परिवार पर मुसीबतों के बादल मंडराने लगे हैं ।