फतेहपुर. उत्तर प्रदेश के फतेहपुर जिले में नाबालिग हिंदू लड़की को अगवाकर रेप के बाद धर्म परिवर्तन का मामला सामने आया है. पुलिस ने इस मामले में एफआईआर दर्ज कर सर्विलांस की मदद से आरोपी को गिरफ्तार कर किशोरी को उसके चंगुल से छुड़ाया. पीड़ित लड़की ने पुलिस को दिए बयान में फैजान नाम के युवक पर बहला-फुसला कर अगवा करने और रेप के बाद जबरन धर्म परिवर्तन कर शादी के लिए दबाव बनाने का आरोप लगाया है. पुलिस ने पीड़ित लड़की का मेडिको लीगल कराने के बाद आरोपी को जेल भेज दिया.
घटना जिले के बिंदकी कोतवाली इलाके की है. एफआईआर के मुताबिक बकेवर थाना क्षेत्र की रहने वाली नाबालिग बिंदकी कोतवाली क्षेत्र के एक गांव में मौसी के घर पर रहकर पढ़ाई करती थी. रोज की तरह 7 जुलाई को जब स्कूल से लड़की घर नहीं पहुंची तो परिजनों ने बिंदकी कोतवाली में तहरीर देकर अज्ञात के खिलाफ अपहरण का मुकदमा दर्ज करवाया था. जिसके बाद पुलिस ने सर्विलांस की मदद से आरोपी फैजान को गिरफ्तार कर उसके घर से अपहृत लड़की को भी सकुशल बरामद कर लिया. पुलिस ने अपहृता का बयान दर्ज करने व मेडिकोलीगल के बाद आरोपी फैजान को जेल भेज दिया.
बता दें कि बकेवर इलाके की रहने वाली नाबालिग बिंदकी कोतवाली क्षेत्र में अपनी मौसी के यहां रहकर पढ़ाई कर रही थी. ललौली कस्बे का रहने वाला फैजान जो कि बकेवर थाना क्षेत्र के भैंसौली गांव में अपने बुआ के यहां रहकर पढ़ रहा था. इसी के चलते दोनों एक दूसरे के संपर्क में आ गए. 7 जुलाई को फैजान लड़की को अगवा कर फरार हो गया. उधर जब लड़की वापस घर नहीं पहुंची तो बेहाल परिजनों ने थाने में सूचना देते हुए देर रात अपहरण की धाराओं में केस पंजीकृत कराया. मामला हिंदूवादी संगठनों की जानकारी में आया तो हिंदू संगठन के लोग कोतवाली पहुंचकर कड़ी से कड़ी कार्रवाई की मांग की. इस मामले की गंभीरता को देखते हुए तीन थानों की पुलिस लड़की की सकुशल बरामदगी में जुट गई थी और पुलिस ने सर्विलांस की मदद से आरोपी फैजान के घर पर दबिश देकर नाबालिग लड़की को सकुशल बरामद करते हुए आरोपी फैजान को भी गिरफ्तार कर लिया.
वहीं इस मामले में सीओ बिंदकी सुशील दूबे ने बताया कि नाबालिग लड़की के लापता होने की सूचना पर अपहरण का केस दर्ज कर बरामदगी के लिए पुलिस टीम लगाई गई थी. सर्विलांस की मदद से मोबाइल नंबर ट्रेस कर आरोपी फैजान के घर से लड़की को सकुशल बरामद कर आरोपी को गिरफ्तार किया गया है. अपहृत लड़की का बयान दर्ज करने के बाद आरोपी के खिलाफ लिखापढ़ी कर उसे न्यायिक हिरासत में भेजा जा रहा है.