यूपी की चर्चित एसडीएम ज्योति मौर्य (Jyoti Maurya) से जुड़ी हुई एक नई कहानी सामने आई है. ज्योति मौर्य की तरह ही उनकी जेठानी शुभ्रा मौर्य ने भी अपने ससुराल वालों पर दहेज मांगने और मांग पूरी ना होने पर मारपीट और प्रताड़ित किए जाने का गंभीर आरोप लगाया है. ज्योति मौर्य की जेठानी ने अपने पति के खिलाफ प्रयागराज पुलिस (Prayagraj Police) में शिकायत भी की है. जेठानी शुभ्रा मौर्य का आरोप है कि आलोक की तरह ही उनके पति और ससुराल के लोगों ने शादी के वक्त झूठ बोला था और धोखे में रखकर शादी की थी.
शुभ्रा मौर्य प्राइमरी स्कूल में सहायक अध्यापिका हैं. देवरानी ज्योति मौर्य की तरह शुभ्रा को भी शादी के 6 साल बाद सरकारी नौकरी मिली. हालांकि इस बारे में जेठानी शुभ्रा का कहना है कि इस सरकारी नौकरी में उनके पति या ससुराल वालों का कोई योगदान नहीं है. सरकारी टीचर बनने के लिए जो योग्यता होनी चाहिए, वह पढ़ाई उन्होंने शादी से पहले अपने मायके में ही पूरी कर ली थी. शादी के बाद वह भी ज्योति की तरह ही अफसर बनने की तैयारी कर रही थी, लेकिन सेलेक्शन नहीं होने पर टीचर बन गई.
शुभ्रा मौर्य ने शादी के लिए जूठ बोलने का लगाया आरोप
एसडीएम ज्योति मौर्य की जेठानी शुभ्रा मौर्य ने पति विनोद मौर्य और ससुराल वालों पर बेहद गंभीर और सनसनीखेज आरोप लगाए हैं. उन्होंने ससुराल वालों पर आरोप लगाते हुए कहा कि वह लोग दहेज के लालची हैं. ससुराल वालों ने शादी के वक्त पति विनोद मौर्य को सरकारी विभाग में ऑफिसर बताकर रिश्ता तय किया था, जबकि वह सीजीएसटी विभाग में आज भी स्टेनोग्राफर ही हैं. ससुराल वालों ने उनसे दहेज में पांच लाख रुपए की कार, पांच लाख रूपए की ज्वेलरी, पांच लाख रूपए नकद और करीब इतनी ही कीमत के गृहस्थी के सामान लिए थे. विनोद के साथ उनकी शादी जेठानी ज्योति मौर्या के ब्याह से एक साल पहले हुई थी. शादी के बाद ही ससुराल वालों ने अपना रंग दिखाना शुरू कर दिया. शुभ्रा ने बताया कि दहेज लाने के लिए लगातार प्रताड़ित किया जाता रहा और एक अलग मकान की मांग की जाती रही.
एसडीएम ज्योति मौर्य की जेठानी ने पति पर आरोप लगाते हुए कहा कि विनोद मौर्य शराब का आदी था. वह शराब पीकर आए दिन मारपीट और गाली गलौज करता था. सास ससुर भी ताने और उलाहना देते थे. उन्हें लगातार शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जाता था. दो बेटियां होने के बाद ससुराल वालों ने पति विनोद मौर्य की दूसरी शादी कराने की भी धमकी दी. बेटे पैदा ना होने पर भी उन्हें खरी- खोटी सुना कर धमकी दी जाती थी. साल 2015 में वह सरकारी स्कूल में टीचर बन गई तो ससुराल वालों का मुंह और खुलने लगा. उनकी सैलरी का ज्यादातर हिस्सा पति और ससुराल के लोग हड़प लेते थे. बैंक अकाउंट का एटीएम कार्ड भी पति विनोद मौर्य के पास ही रहता था. डेढ़ साल पहले पति और ससुराल वालों ने मारपीट कर उन्हें घर से निकाल दिया तो मायके वालों ने उन्हें रहने के लिए एक अलग घर दिलाया. इस घर में भी पति विनोद अक्सर शराब के नशे में आकर मारपीट और हंगामा करता था, इस दौरान वह पैसों की भी डिमांड करता था.
पुलिस में दर्ज शिकायत को वापस लेने के लिए बनाया जा रहा दबाव- शुभ्रा मौर्य
शुभ्रा मौर्य ने आरोप लगाया कि 10 जुलाई और 15 जुलाई को भी उसके साथ मारपीट की गई और प्रताड़ित किया गया. उनकी 80 साल की बूढ़ी मां ने मारपीट के दौरान बीच- बचाव की कोशिश की तो उन्हें भी धक्का दे दिया और बदसलूकी की गई. शुभ्रा ने इस पर पुलिस कंट्रोल रूम में फोन किया. मौके पर पुलिस आई. शुभ्रा के मुताबकि उन्होंने इसको लेकर पुलिस में लिखित तौर पर शिकायत भी की है, लेकिन पुलिस ने अभी तक उनकी एफआईआर दर्ज नहीं की है. शुभ्रा का यह भी कहना है कि पुलिस में शिकायत करने के बाद पति विनोद और ससुराल के दूसरे लोग लगातार उन्हें धमकी दे रहे हैं और शिकायत वापस लेने का दबाव डाल रहे हैं. उन्हें जिस तरह से धमकियां मिल रही हैं उससे उन्हें और उनकी दोनों बेटियों को खतरा हो गया है. शुभ्रा के मुताबिक उन्होंने करीब 5 साल पहले भी कर्नलगंज पुलिस स्टेशन में ससुराल वालों के खिलाफ शिकायत की थी, लेकिन तब भी उनका केस दर्ज नहीं किया गया था.
एसडीएम ज्योति मौर्य के जेठ ने बचाव में क्या कहा?
शुभ्रा का यह भी आरोप है कि जिस तरह से उनकी जेठानी एसडीएम ज्योति मौर्य के पति आलोक मौर्य ने ग्राम विकास अधिकारी बताकर शादी की थी, उसी तरीके का धोखा उनके साथ भी किया गया था. साल 2010 में हुई आलोक और ज्योति मौर्य की शादी के कार्ड में पति विवेक मौर्य ने अपने नाम के साथ इंटेलिजेंस ब्यूरो लिखवाया था, जबकि वह कभी इंटेलिजेंस ब्यूरो में नहीं रहे और आज भी जीएसटी विभाग में महज स्टेनोग्राफर है. हालांकि इस बारे में जब शुभ्रा के पति यानी एसडीएम ज्योति मौर्य के जेठ विनोद मौर्य से बातचीत की गई तो उन्होंने अपने ऊपर लगे आरोपों को गलत बताया. उनका कहना है कि जिस तरह से ज्योति मौर्य एसडीएम बनने के बाद बदल गई, उसी तरह से उनकी पत्नी शुभ्रा का रवैया भी सरकारी टीचर बनने के बाद बदलने लगा. अब वह उनसे अलग रह रही हैं और बेवजह के आरोप लगाकर परिवार को बदनाम करना चाहती हैं. विनोद का यह भी कहना है कि जिस तरह से आलोक ने अपनी पत्नी ज्योति को शादी के बाद पढ़ाया लिखाया उसी तरह से उन्होंने भी अपनी पत्नी शुभ्रा को सरकारी नौकरी पाने में मदद की. पति विनोद का यह भी कहना है कि ज्योति मौर्य और आलोक के शादी के वक्त उनका सिलेक्शन इंटेलिजेंस ब्यूरो में हो गया था, लेकिन उन्होंने उस नौकरी को ज्वाइन नहीं किया था. इसी वजह से शादी के कार्ड में वह लिखाया गया था.
शुभ्रा मौर्य के खुलासे के बाद ससुराव पक्ष पर उठने लगे सवाल
बहरहाल शुभ्रा ने अपनी और दोनों बेटियों की जान को खतरा बताते हुए पुलिस अफसरों से सुरक्षा मुहैया कराए जाने और एफआईआर दर्ज कर पति विनोद मौर्य व ससुराल वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई किए जाने की मांग की है. जेठानी शुभ्रा मौर्य के सनसनीखेज आरोपों के बाद अब सवाल ये उठने लगा है कि आखिरकार देवरानी और जेठानी ज्योति मौर्य सरकारी नौकरी लगने के बाद बदल गई हैं और उन्हें अपने पति व ससुराल के दूसरे लोग मामूली और अपने स्टेटस से नीचे नजर आने लगे हैं? या फिर देवरानी जेठानी दोनों ही लालची परिवार में दहेज उत्पीड़न का शिकार हुई हैं? जिसके बाद अब जाकर अपनी लड़ाई समाज के सामने लाने को मजबूर हुई है.