Breaking News

15 माह तक बच्चों की सेहत का ख्याल रखेंगी आशा कार्यकत्री, डिप्टी सीएम ने नई योजना के संचालन के दिए निर्देश

डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने बताया कि एनएचएम की ओर से होम बेस्ड केयर फॉर यंग चाइल्ड कार्यक्रम (एचबीवाईसी) बच्चों के लिए संजीवनी बनेगी। इसके तहत आशा बच्चों का वजन, लंबाई आदि देंगी। आस-पास का परिवेश देखेंगी। स्वास्थ्य एवं पोषण व्यवहारों को बढ़ावा देने के लिए घर आकर बच्चों की सेहत का हाल लेंगी। बच्चे को तीन, छह, आठ, 12 और 15 माह होने तक देखेंगी। अतिरिक्त गृह भ्रमणो की व्यवस्था होम बेस्ट केयर फॉर यंग चाइल्ड कार्यक्रम के अन्तर्गत की गयी है।

79 पोषण केंद्र में संवारी जा रही बच्चों की सेहत
डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने बताया कि बीमार बच्चों के बेहतर इलाज के लिए सिक न्यूबोर्न केयर इकाई स्थापित की जा रही है। इसमें 28 दिन तक के नवजात शिशुओं तथा कम वजन के बच्चों को भर्ती किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि कुपोषित बच्चों में मृत्यु की सम्भावना नौ गुना अधिक होती है।

प्रदेश में 79 पोषण पुनर्वास केन्द्र इकाईया संचालित है। इन इकाईयों में गम्भीर रूप से कुपोषित जटिल बच्चों को भर्ती कर उपचार किया जाता है। साथ ही माता-पिता को बच्चो की घर पर उचित देखभाल करने तथा खान-पान की जानकारी देकर कुपोषण से बचाव हेतु जागरूक किया जाता है।

अफसर करें कार्यक्रम की समीक्षा
डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कहा कि एचबीवाईसी कार्यक्रम की सीएमओ और एनएचएम के अधिकारी समय-समय पर समीक्षा करें। स्थलीय निरीक्षण करें। ताकि कार्यक्रम को बेहतर तरीके से लागू किया जा सके। समय-समय पर आशा व अन्य स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षण प्रदान किया जाये। शिशुओं में होने वाली बीमारियों को लक्षणों की पहचान की बारीकियां सिखाई जायें।

 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *