उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर जनपद में बीती रात 20 अगस्त को सरेराह सफदर इमाम की गोली मार हत्या कर दी गई थी….सफदर को गोली मारने के बाद बदमाश फरार हो गए थे…लेकिन 4 दिन के अंदर ही सुल्तानपुर पुलिस ने सफदर इमाम हत्याकांड का पर्दाफाश कर दिया है. पुलिस ने हत्याकांड के आरोपियों को गिरफ्तार कर पूछताछ की तो वो कहानी सामने आई जो बॉलीवुड फिल्मों में दिखती है. आइये आपको बताते है हत्याकांड के पीछे की वजह और प्वाइंट टू प्वाइंट।
दरअसल आरोपी जसपारा निवासी नीरज सिंह, पंकज सिंह और बरूई निवासी राज सिंह से पुलिस कस्टडी में पूछताछ हुई तो पता चला की मुख्य आरोपी नीरज सिंह है ….नीरज सिंह ने बताया की बरूई गांव में उसका एक लड़की से प्रेम संबंध था…मेरी प्रेमिका की छोटी बहन को सुरोली का रहने वाला सफदर इमाम छेड़ता था….वह कभी नंबर देता था तो कभी लव लेटर देता था…ऐसे में छोटी बहन के साथ हो रही छेड़खानी को प्रेमिका ने उससे बताया…जिसके बाद नीरज सिंह का कहना है की उसने अपने दोस्त राज सिंह और पंकज सिंह को अपनी प्रेमिका की बहन से छेड़खानी की बात बताते हुए सफदर इमाम को ठीक करने का प्लान बनाया…20 अगस्त को जब सफदर इमाम मेरे गांव जासापारा किसी काम से आया था तो वहां से लौटकर सफदर अपनी बाइक से बरुई के रास्ते सुरौली जा रहा था…प्लानिंग के तहत मैं राज सिंह, राजन कुमार व पंकज को साथ लेकर अंबेडकर पार्क आया…. हम लोग अंबेडकर पार्क से थोड़ी दूर पर ग्राम बरुई जाने वाली पक्की सड़क पर खड़े हो गये…सफदर को हम लोगों ने रोक लिया और हम लोगों में वाद-विवाद होने लगा… सफदर इमाम ने बाइक से उतरकर मुझे व राज को थप्पड़ मार दिया और बाइक छोड़कर पैदल बरूई की तरफ भागा…तब राज सिंह ने तमंचे से उसके ऊपर फायर किया जो मिस हो गया… मैंने दौड़ाकर सफदर इमाम को थोड़ी दूर पर पकड़ लिया सफदर इमाम ने फिर से मुझे थप्पड़ मार दिया… मैंने कमर मे खोसे हुए तमंचा निकालकर उसके ऊपर फायर कर दिया… जो कि सफदर के सर में लगी और वह वहीं सड़क किनारे गिर गया.
आपको बता दें गोसाईगंज पुलिस और स्वाट टीम ने महज 4 दिन में हत्याकांड का पर्दाफाश कर दिया…चर्चित हत्याकांड के जल्द खुलासे पर एसपी ने कोतवाल आरबी सुमन को शाबाशी दी.