सुल्तानपुर (Sultanpur) से एक हैरान करने वाली खबर सामने आ रही है। जहां पर लॉ एंड आर्डर मैंटेंन रखने और बदमाशों को ठीक कर पीड़ितों को इंसाफ दिलाने का दावा करने वाली सुल्तानपुर पुलिस पर बड़ा इल्जाम लग रहा है। सुल्तानपुर के धनपतगंज थाने के एसओ साहब पर इल्जाम लगा है कि, पीड़ितों को इंसाफ देने की जगह उन्हें ही लपेट दिया। सरेराह पीटे जाने वाले लड़कों को इंसाफ देने की जगह एसओ साहब ने उन पर गालियों की बैछार की।
क्या है पूरा मामला
दरअसल बात ये है कि बीते 25 अगस्त को धनपतगंज थाना इलाके के मांयग गांव के रहने वाले चंचल सिंह और दिवाकर सिंह सुल्तानपुर से गांव जा रहे थे। दोनों के मुताबिक वह गांव जा रहे थे तभी नौगंवातीर मुर्गी फार्म के पास में रजनीश सिंह, राजन सिंह, टिल्लू सिंह, सचिन सिंह और कई अज्ञात लड़कों ने उनका पीछा किया और दोनों की पिटाई करते हुए कट्टे के बट से मारे। पीड़ितों का कहना है कि, इतना ही नहीं जब सूचना पाकर धनपतगंज एसओ श्रीराम पांडे पहुंचे तो आरोपियों को पकड़ने की जगह उन्हें ही गालियां देते हुए धमकी देने लगे कि, मुकदमा लिखाओगे तो ठीक कर दूंगा।
आपको बता दें कि, दोनों पीड़ित एसपी के पास इंसाफ मांगने पहुंचे थे। जहां उन्हें आश्वासन मिला है। पीड़ितो का इल्जाम है कि, एसओ साहब ने उनकी तहरीर पर मुकदमा लिखने की जगह खुद की बनाई तहरीर पर हल्की धाराओं 323, 506 में मुकदमा लिख दिया। एफआईआर में छिनैती की धारा नहीं लगाई गई। इल्जाम के बाद धनपतगंज थाने के एसओ की कार्यशैली पर कई सवाल खड़े हो रहे है। वहीं कुछ लोगों का कहना है कि, दोनों गुटों की तरफ से लड़को नें मारपीट की। लेकिन अब दिवाकर सिंह औऱ चंचल सिंह मामले को दूसरे एंगल में ले जाना चाहते है। फिलहाल असली कहानी क्या है? ये तो जांच के बाद सबके सामने होगा। इस मामले को लेकर अभी तक पुलिस का कोई बयान नहीं आया है।
सुल्तानपुर से निसार अहमद की रिपोर्ट
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