उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के दुबग्गा के बेगरिया इलाके में कैबिनेट मंत्री कौशल किशोर के बेटे के घर पर विनय श्रीवास्तव नाम के एक शख्स की हत्या हो गई थी। इस हत्याकांड के बाद पूरे इलाके में सनसनी फैल गई थी। हत्याकांड की जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और जांच शुरू कर दी है। अब विनय श्रीवास्तव में बड़ा और अहम खुलासा हुआ है। सुत्रों के हवाले से आई खबरों में ऐसा कहा जा रहा है कि शुक्रवार जब सुबह तड़के करीब 4.07 बजे विनय श्रीवास्तव अपने घर से निकला तो इसी दौरान किसी ने पीछे से आवाज लगाई और अंदर चला गया। एक मिनट पहले ही शक के घेरे में आए अरुण प्रताप उर्फ बंटी भी चला गया था। इसके बाद करीब सात मिनट बाद 4:15 बजे अंकित वर्मा ने पुलिस को गोली लगने से विनय की मौत की सूचना दी थी। इस बात से ये अंदाजा लगाया जा रहा है कि सिर्फ वापसस घर के अंदर पहुंचने के सात मिनट में हत्या हुई थी।
हालांकि इस हत्याकांड में दुबग्गा बेगरिया निवासी अजय रावत, बालागंज निवासी अंकित वर्मा और दुबग्गा निवासी शमीम उर्फ बाबा को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया और जेल भेज दिया है। पुलिस के अनुसार ऐसा कहा जा रहा है कि जुआ खेलने के विवाद की वजह से तीनों ने हत्याकांड का अंजाम दिया था। सीसीटीवी फुटेन के अनुसार कहा जा रहा है था कि बंटी और सौरभ हत्या होने से पहले चले गए थे। इस हत्याकांड के वक्त विनय और तीनों हत्यारोपित वहां मौजूद थे।
सूत्रों को हवाले से आई खबरों के अनुसार, जिस कमरे में विनय की हत्या हुई, उसके दरवाजे के पास एक सीसीटीवी कैमरा लगा है। इसकी फुटेज से सुबह 4:08 बजे विनय कमरे से घर जाने के लिए निकलता दिखा है। इसी दौरान पीछे से किसी के आवाज देने पर फिर कमरे में गया था। इसके साथ ही 4:07 मिनट पर बंटी भी कमरे से निकलकर जाता दिखा है। दोबारा अंदर जाने के बाद तीनों आरोपी और विनय करीब सात मिनट कमरे में थे। आशंका है कि इसी दौरान हत्याकांड को अंजाम दिया गया है। सिर्फ इतना ही नहीं हत्यारोपितों ने इसे आत्महत्या बताने का प्रयास किया था।