जिस पुलिस पर देश की आम जनता भरोसा करती हैं, अगर वही सुरक्षित नहीं हैं तो आम जनता क्या करें। यहां पर ऐसी बात इसलिए की जा रही है कि, क्योंकि उत्तर प्रदेश में सुरक्षा देने वाली एक महिला सिपाही दुष्कर्म का शिकार हुई है। अर्धनग्न अवस्था में मिली महिला सिपाई इस वक्त अस्पताल में भर्ती है, जहां पर उसका इलाज चल रहा है। महिला सिपाही की स्थिति गंभीर बताई जा रही है। आइए जानते हैं पूरा मामला क्या है….
महिला सिपाही से दुष्कर्म का मामला सरयू एक्सप्रेस ट्रेन का है, जहां पर चार दिन पहले महिला सिपाही ट्रेन में जब सवार थी। बता दें कि महिला सिपाही की तैनाती उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर जिले में थी। लेकिन सावन मेले की वजह से महिला सिपाही की ड्यूट लगा दी गई थी। सरयू एक्सप्रेस ट्रेन में मनकापुर से अयोध्या रेलवे स्टेशन के बीच चलती ट्रेन में महिला सिपाही से दुष्कर्म को अंजाम दिया गया। महिला सिपाही अर्धनग्न अवस्था में बेहोशी की हालत में खून से लथपथ मिली थी। इसके बाद महिला सिपाही को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इस वक्त पीड़िता लखनऊ के ट्रामा सेंटर में भर्ती है जहां पर इसका इलाज चल रहा है। खबरों में बताया जा रहा है कि पीड़िता की स्थिति गंभीर है।
ये मामला संज्ञान में आने के बाद प्रशासिक कार्रवाई तेज हो गई। देर रात चीफ जस्टिस के घर पर सुनवाई हुई, हालांकि उस दिन छुट्टी थी लेकिन इसके बाद भी सुनवाई हुई। कोर्ट ने सुनवाई के दौरान अबतक की कार्रवाई का ब्योरा मांगा है। सिर्फ इतना ही नहीं कोर्ट ने पूछा कि आरोपियों की पहचान और गिरफ्तारी हुई या नहीं? आपकी जानकारी के लिए बता दें कि उत्तर प्रदेश पुलिस ने महिला सिपाही के साथ रेप की घटना से इंकार किया है। हालांकि इस मामले पर इलाहाबाद हाईकोर्ट सख्त रवैया देखने को मिल रहा है।
कोर्ट ने बीते रविवार रात को सुनवाई के बाद उत्तर प्रदेश सरकार को नोटिस जारी कर जवाब तलब किया है। वहीं सोमवार को चीफ जस्टिस की बेंच में सुनवाई के दौरान यूपी सरकार और रेलवे की तरफ से जवाब दाखिल किया गया। कोर्ट में एसपी रेलवे लखनऊ पूजा यादव, सीओ और विवेचना अधिकारी इंस्पेक्टर पेश हुए।
एसपी रेलवे पूजा यादव ने जांच के बारे में कोर्ट को जानकारी दी। उन्होंने कोर्ट को बताया कि, महिला सिपाही की हालत अभी गंभीर बनी हुई है और उसका बयान दर्ज नहीं किया जा सका है। हालात सामान्य होने पर महिला सिपाही का बयान दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जाएगी। पूजा यादव ने बताया कि, इस मामले में आरोपियों की पहचान की जा रही है। घटना की जांच और वर्कआउट के लिए कई टीमों का गठन किया गया है। मामले के जल्द से जल्द खुलासे को लेकर टीमें दिन रात कात कर रही है। वहीं कोर्ट ने यूपी सरकार को जल्द से जल्द जांच पूरी कर दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का निर्देश दिया है। यूपी सरकार की तरफ से कोर्ट को बताया गया कि, गंभीर रूप से घायल महिला सिपाही के इलाज के बेहतर से बेहतर इंतजाम किए जा रहे हैं।