आजादी के बाद हिंदुस्तान की सबसे ताकतवर महिला रही पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने अमेठी में जिस अस्पताल का शिलान्यास किया था। अब उसका लाइसेंस निलंबित कर दिया गया है। इंदिरा गांधी ने प्रधानमंत्री रहते हुए बेटे संजय गांधी की याद में संजय गांधी मेमोरियल ट्रस्ट की अध्यक्ष के रूप में अमेठी की जनता को संजय गांधी अस्पताल समर्पित किया था। लेकिन 14 सितंबर को 22 वर्षीण महिला दिव्या शुक्ला के इलाज में लापरवाही के चलते अस्पताल का लाइसेंस निलंबित कर दिया गया है।
अमेठी सीएमओ अंशमान सिंह ने अपने बयान में बताया कि, महिला की मौत के बाद उन्होंने मामले की जांच के लिए टीम गठित की थी। जिसमे दोषी पाए जाने पर अस्पताल पर एक्शन लिया गया है। सीएमओ भले अस्पताल को दोषी बता रहे हो लेकिन अस्पताल के मैनेजर सुरेश राजपूत का कहना है कि, जिस तरीके से अस्पताल पर 4 दिनों के अंदर एक्शन लिया गया। उसमे राजनैतिक भावना नजर आ रही है। वहीं अस्पताल के सीओ ने कहा कि, महिला की मौत का कारण अस्पताल में कोई लापरवाही नहीं हुई थी।
आपको बता दें कि, ना सिर्फ अस्पताल का लाइसेंस निलंबित हुआ है। जबकि सीओ समेत तीन डॉक्टरों के खिलाफ मंशीगंज थाने में मुकदमा भी दर्ज किया गया है। फिलहाल ये चर्चा सुर्खियों में है कि, संजय गांधी अस्पताल पर एक्शन दिव्या की मौत के कारण हुआ या प्रशासन ने दिव्या की मौत को कारण बना संजय गांधी अस्पताल पर ताला जड़वा दिया, हालांकि ये तो बाद की बात है। फिलहाल आपको बता दें कि, आंकड़ों के मुताबकि संजय गांधी अस्पताल परिसर में प्रतिदिन करीब 550 से 600 मरीजों की ओपीडी होती थी।
वहीं प्रतिदिन 200 से अधिक मरीजों की इमरजेंसी भी होती थी। अस्पताल परिसर में 1000 से अधिक मरीजों की विभिन्न जांचें होती थी। ऐसे में अस्पताल बंद होने से प्रतिदिन सैंकड़ों मरीजों को नुकसान होने वाला है। अब इस बात की चर्चा भी तेज है कि, राहुल गांधी औऱ खासकर संजय गांधी की पत्नी मेनका गांधी जोकि बगल के जिले सुल्तानपुर से भाजपा सांसद है। वह संजय गांधी अस्पताल के लाइसेंस सस्पेंड होने पर क्या बयान देंगी।
अमेठी से विपिन यादव की रिपोर्ट nttv bharat