हिंदु धर्म में पूजा करने का बहुत महत्व है, पूजा करने से आपके शरीर में ऊर्जा का प्रवाह होता है और सकारात्मकता आती है। अगर आप सीधे जमीन पर बैठकर पूजा करते हैं तो ऊर्जा जमीन से चली जाती है लेकिन अगर आप आसन में बैठकर पूजा करते हैं तो ये ऊर्जा आपके शरीर में बनी रहती है। ये कहा जा सकता है कि आसन शरीर और जमीन के बीच कुचालक का काम करता हैं। ऐसे में आपको पूजा करते समय आसन पर बैठकर करते हैं तो आपको इससे जुड़े नियम जरूर जानना चाहिए और इसका पालन करना चाहिए।
1. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जिस आसन पर बैठकर आप पूजा यह मंत्रों का जाप करते हैं उस आसन का प्रयोग किसी दूसरे को नहीं करना चाहिए।
2. पूजा खत्म होने के बाद आसन को इधर-उधर न रखें बल्कि उसे साफ-सुथरे हाथों से स्वच्छ स्थान पर ही रखें।
3. आसन को हमेशा सही तरीके से उठाना चाहिए और उचित स्थान पर ही रखना चाहिए।
4. जिस आसन पर बैठकर आप रोजाना पूजा या मंत्रों का जाप करते हैं उसका इस्तेमाल आप किसी दूसरे कार्य के लिए न करें जैसे भोजन आदि।
5. पूजा करने के बाद ऐसे ही कभी भी आसन को नहीं छोड़ना चाहिए बल्कि आचमन से थोड़ा जल धरती पर अर्पित कर ईश्वर को प्रणाम करने के बाद ही आसन से उठना चाहिए।