सुल्तानपुर के डॉक्टर हत्याकांड से पूरे उत्तर प्रदेश में जलजला आ गया है। जिसने भी आरोपी अजय नारायण सिंह की क्रूरता देखी वो खुद भी दंग रह गया। आरोपी की क्रूरता देखने के बाद लोगों का बस ये कहना है कि, इसको ऐसी सजा दी जाए जो जिंदगीभर याद रहे और उसे अपनी करनी पर पछतावा हो।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि उत्तर प्रदेश के श्रम कल्याण परिषद के पूर्व अध्यक्ष और भाजपा नेता सुनील भराल डॉक्टर के परिवार से मिलने पहुंचे। इस दौरान उन्होंने मीडिया से बात भी की। मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि, ये जघन्य हत्याकांड है। जिस तरह की क्रूरता डॉक्टर की पत्नी ने बताई है, वैसी क्रूरता उन्होंने न कभी देखी है और न ही सुनी है। उन्होंने कहा कि, वे प्रमुख सचिव गृह और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को सारी जानकारी देंगे। तीन दिन में यदि ठोस कार्रवाई नहीं हुई तो जिम्मेदार अफसरों पर भी कार्रवाई होगी।
गौरतलब है कि, बीते 23 सितंबर की शाम डॉक्टर घनश्याम तिवारी की शहर में ही हत्या कर दी गई थी। भाजपा नेता भराला राष्ट्रीय परशुराम परिषद के प्रदेशाध्यक्ष संजय मिश्र और संगठन मंत्री रमाकांत मिश्र के साथ लंभुआ तहसील के सखौली गांव पहुंचे। भाजपा नेता ने डॉक्टर की पत्नी निशा और भाई रवींद्र नारायण तिवारी को आश्वासन दिया कि, आरोपियों के खिलाफ ठोस कार्रवाई की जाएगी।
वहां से लौटने के बाद पयागीपुर के निकट एक होटल में उन्होंने मीडिया से भी बात की।उन्होंने कहा कि चिकित्सक की पत्नी ने बताया कि उनके शरीर में ड्रिल से सुराख बनाए गए थे। जो शरीर में सिर से लेकर ऊपर तक थे। उन्होंने बताया कि करीब सौ लोगों ने आरोपी अजय नारायण की क्रूरता, दबंगई और राक्षसरूप के बारे में बताया। कहा कि जंगलराज इस कदर था कि शासकीय कर्मचारियों ने भी बताया कि वह उनसे भी वसूली करता रहा है। इसलिए कड़ी कार्रवाई के लिए पुलिस कप्तान और डीएम को कहा गया है।
उन्होंने कहा कि, तीन दिन के भीतर इस मामले में कठोर कार्रवाई होगी। यदि अधिकारी ऐसा नहीं करते हैं तो उनके खिलाफ भी कार्रवाई होगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के शासनकाल में किसी अपराधी को बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने कहा कि, वे भाई और पत्नी को पूर्ण सुरक्षा, एक करोड़ रुपये मुख्यमंत्री विवेकाधीन कोष से दिलाने और खेत का पट्टा भी दिलाने की मांग करेंगे क्योंकि डॉक्टर घनश्याम तिवारी ही इस परिवार के एकमात्र कमाने वाले व्यक्ति थे।
भाजपा नेता भराला से जब पूछा गया कि, दो पुलिस चौकियों के करीब हुई इस घटना के बाद सारे वही अधिकारी-कर्मचारी कार्रवाई का जिम्मा उठा रहे हैं, जिनके दौर में यह जंगलराज पनपा था तो ऐसे में कार्रवाई की उम्मीद कितनी है? इस सवाल पर उन्होंने कहा कि, यदि यही अधिकारी कार्रवाई नहीं करेंगे तो वे भी सस्पेंड किए जाएंगे।मुख्य आरोपी के परिवार के लोगों के भाजपा में होने और उसे पूरी तरह से सत्ता का संरक्षण मिलने के सवाल पर उन्होंने कहा कि, पार्टी में कोई भी अपराधी नहीं रहेगा। जो ऐसे लोग हैं वे पार्टी से निष्कासित होंगे और यह स्थिति इसलिए बनी क्योंकि स्थानीय लीडरशिप ने कभी सरकार तक यह बात पहुंचाई ही नहीं।