चर्चित डॉक्टर घनश्याम त्रिपाठी हत्याकांड में खून खून को पुकार रहा है। ब्राह्मण अगड़ाई ले रहा है। न्याय के लिए कुछ ऐसा करने की तैयारी में है, जिसकी कल्पना न तो भारतीय जनता पार्टी ने की होगी और न ही मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ ने। जी हां उत्तर प्रदेश की सियासत में सुल्तानपुर के डॉ घनश्याम त्रिपाठी हत्याकांड की गूंज बढ़ती जा रही है। मुख्यहत्यारोपी अजय नारायण सिंह पर निर्णायक कार्यवाही और मृतक डॉ त्रिपाठी के परिजनों को सरकारी राहत दिलाने के लिए ब्राह्मण नेताओं ने 30 सितम्बर की तारीख मुकर्रर की है।
भाजपा नेता और पूर्व कबीना मंत्री जय नारायण तिवारी ने एलान किया है। अब आर पार होगा सर्व दलीय। श्रद्धांजलि सभा होगी। डॉ त्रिपाठी की श्रद्धांजलि सभा ऐसी होगी जिसका मैसेज उत्तर प्रदेश के कोने कोने तक जाएगा।
आपको बता दें कि, डॉ घनश्याम त्रिपाठी हत्याकांड को लेकर सुल्तानपुर में ब्राह्मण बनाम ठाकुर की सियासत तेज है। डॉ त्रिपाठी हत्याकांड का आरोपी अजय नारायण सिंह है। भाजपा के ब्राह्मण नेताओं का मानना है कि, पुलिस की कार्यवाही संतोष जनक नही है। इसलिए जरूरत है सीबीआई जांच की।
वहीं बिपक्षी दलों के ब्राह्मण नेता योगी सरकार पर सीधा हमलावर है। मतलब डॉ घनश्याम त्रिपाठी हत्याकांड को लेकर ब्राह्मण नेता दो दो हाथ करने का मूड में है। फिलहाल खून खून को पुकारता है का नारा सुल्तानपुर में गूंज रहा है। सुल्तानपुर का
सोशल मीडिया खून खून को पुकार रहा है के पोस्टर से पटा है। मकसद है 30 सितम्बर को प्रस्तावित डॉ त्रिपाठी की श्रद्धांजलि सभा को सफल बनाकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को साफ संदेश देना है।