उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर में हुए डॉ. घनश्याम तिवारी हत्याकांड को लेकर शुरू हुआ बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा. मृतक के परिजनों के लगातार विरोध प्रदर्शन के बीच राज्य सरकार ने डीएम जसजीत कौर को पद से हटा दिया है. राज्य सरकार की ओर से जारी स्थानांतरण सूची में उन्हें फिलहाल वेटिंग में रखा गया है. वहीं, उन्हें हटाने के बाद खाद्य एवं रसद विभाग में विशेष सचिव कृतिका ज्यौत्सना को सुल्तानपुर का डीएम बनाया गया है. उम्मीद है कि इसी मामले में अभी कुछ और अधिकारियों पर भी कार्रवाई हो सकती है.
बता दें कि इसी साल फरवरी महीने में जसजीत कौर को सुल्तानपुर डीएम का चार्ज मिला था. इससे पहले शामिली में तैनात थीं. उनके ऊपर सुल्तानपुर में तैनाती के दौरान कई बार अलग अलग आरोप भी लगे थे. लेकिन हर बार वह खुद को बचा ले गईं, लेकिन डॉ. घनश्याम तिवारी हत्याकांड उनके लिए भारी पड़ गया. बता दें कि बीते शनिवार को सुल्तानपुर नगर कोतवाली क्षेत्र में डॉक्टर घनश्याम तिवारी की दिन दहाड़े और बर्बरता पूर्वक हत्या हुई थी. हत्यारोपियों ने डॉक्टर की पहले बुरी तरह पिटाई की थी और बाद में ड्रिल मशीन से उनके शरीर में कई जगह छेद कर दिए थे. बाद में उन्हें अस्पताल ले जाया गया, जहां कुछ देर में उनकी मौत हो गई थी.
इस वारदात में घनश्याम तिवारी के परिजनों ने पहले सुल्तानपुर में भाजयुमो के जिलाध्यक्ष चंदन नारायण सिंह के चचेरे भाई अजय नारायण सिंह के खिलाफ केस दर्ज कराया था. बाद में इस मुकदमे में खुद चंदन नारायण सिंह और परिवार के अन्य लोगों के नाम भी जुड़वा दिए गए थे. इस घटना के बाद से ही निवर्तमान डीएम जसजीत कौर निशाने पर थीं. उनके ऊपर आरोपी और उसके परिवार के लोगों को बचाने के आरोप लग रहे थे.
चूंकि इस घटना को लेकर राजनीतिक दबाव काफी बढ़ गया था, इसलिए बीते रविवार को पुलिस ने आरोपी अजय नारायण के पिता जगदीश नारायण को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था. इसी बीच दो दिन पहले अजय नारायण का एक कथित तौर पर वीडियो भी सामने आया था. इसमें उन्हें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के खिलाफ आपत्तिजनक बयान दिया था. इसके बाद पुलिस ने अजय नारायण के खिलाफ 50 हजार रुपये का इनाम घोषित किया था.