राजस्थान में जल्द ही विधानसभा चुनाव होने वाले हैं, इसी बीच अब उम्मीदवारों के पत्ते भी खुलने लगे हैं। वहीं इन दिनों राजस्थान का सियासी पारा बढ़ता ही जा रहा है। अब इसी बीच एक ऐसी सीट सामने आई है जिसकी चर्चा चारों तरफ हो रही है। यहां पर बात की जा रही है सीकर की दांतारामगढ़ विधानसभा सीट की है। जहां पर पति पत्नी के बीच चुनावी मुकाबला देखने को मिलने वाला है।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि, वीरेंद्र सिंह राजस्थान कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और सात बार के विधायक नारायण सिंह के बेटे हैं। बताया जा रहा है कि, रीटा सिंह ने 2018 में कांग्रेस पार्टी से दांतारामगढ़ सीट से टिकट मांगा था। लेकिन पार्टी ने उनके पति वीरेंद्र सिंह को उम्मीदवार बनाया। इसके बाद से ही दोनों में विवाद शुरू हो गया था। सीकर जिला प्रमुख रहीं रीटा इसके बाद से लगातार अपने क्षेत्र में राजनीतिक पकड़ मजबूत करने में जुटी रहीं।
खबरों के अनुसार, रीटा सिंह ने एक बार फिर कांग्रेस को टिकट के लिए अप्रोच किया था, लेकिन जब बात नहीं बनी तो उन्होंने हरियाणा में मजबूत पकड़ रखने वाली जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) का दामन थाम लिया। जेजेपी ने अब उन्हें दांतारामगढ़ से उम्मीदवार घोषित कर दिया है।
वर्तमान में नारायण सिंह खुद अपने बेटे के समर्थन में हैं, इधर डॉक्टर रीटा सिंह अपने बलबूते ही ग्राउंड में लगी हुई हैं। ऐसे में यदि कांग्रेस दोबारा वीरेंद्र सिंह को टिकट देती है। तो ये देखना दिलचस्प होगा कि, इस सीट पर पति या पत्नी में किसका पलड़ा भारी रहता है।