मध्य प्रदेश में सीटों को लेकर छिड़ी सपा-कांग्रेस की जुबानी जंग अभी ठंडी भी नहीं हुई थी। तब तक कांग्रेस ने सपा को एक औऱ करारा झटका दे दिया। अखिलेश की चिरकुट भाषा से छिड़े वार प्रहार के बाद अखिलेश खुद एमपी में सपा की साइकिल दौड़ाने पहुंच गए। अखिलेश एमपी में भाजपा कांग्रेस के खिलाफ बिगुल फूंक रहे है। लेकिन यूपी में उनके साथ खेल हो गया। इल्जाम लग रहा है कि खेल कांग्रेस ने किया है।
दरअसल सामाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव और 4 बार लखीमपुर खीरी से सांसद रहे रवि वर्मा ने सपा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। रवि वर्मा लखीमपुर औऱ आस पास के जिलों में सपा का मजबूत स्तंभ माने जाते रहे है। रवि वर्मा के परिवार में 10 बार सांसदी रह चुकी है। लेकिन रवि वर्मा ने पार्टी की आंतरिक परिस्थितियों को खराब बताते हुए पार्टी से त्याग पत्र दे दिया।
सूत्रों की माने तो रवि वर्मा 6 नवंबर को कांग्रेस ज्वाइन करने वाले है। आपको बता दें कि रवि प्रकाश वर्मा वो नेता हैं, जिनका मुलायम सिंह यादव और अखिलेश यादव से बहुत पुराना रिश्ता रहा है। उनके परिवार के लोग कई बार सांसद रहे हैं। लखीमपुर खीरी क्षेत्र से वर्मा परिवार के पास करीब 10 बार सांसदी रही है। लेकिन वे पिछले कुछ दिनों से सपा के कार्यक्रमों में भी नजर नहीं आ रहे थे। रवि प्रकाश वर्मा के माता-पिता कांग्रेस के बड़े नेता रहे हैं। माना जा रहा है कि रवि वर्मा की बेटी पूर्वी वर्मा भी अपने पिता के साथ कांग्रेस में शामिल हो सकती हैं।
2019 के चुनाव में पूर्वी वर्मा ने बीजेपी के अजय मिश्रा टेनी के खिलाफ चुनाव लड़ा था। हालांकि, उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। वर्तमान में अजय मिश्रा केंद्रीय गृह राज्य मंत्री हैं। रवि वर्मा लखीमपुर खीरी जिले के गोला के रहने वाले हैं। वो 4 बार सांसद रहे हैं और एक बार राज्यसभा सदस्य भी रह चुके हैं।
वर्मा को इसी साल सपा ने तीसरी बार पार्टी का महासचिव बनाया था। सूत्र बताते हैं कि, हाल ही में वर्मा की कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से मुलाकात हुई थी। तब से माना जा रहा था कि, वे सपा छोड़कर कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं। इससे पहले शाहजहांपुर में दिग्गज सपाई रामशिरोमणि वर्मा के परिवार ने सपा छोड़ कांग्रेस को नगर निगम चुनाव के दरमियान झटका दिया था।
अब बगल के ही जिले और एक बड़े कुर्मी परिवार के पार्टी छोड़ने से सपा उस इलाके में कमजोर होती दिख रही है। आपको बता दें कि, चर्चा चल रही थी कि, कई बड़े मुस्लिम नेता सपा छोड़ कांग्रेस में शामिल होने वाले है। लेकिन उससे पहले रवि वर्मा ने पार्टी छोड़ सबको चौंका दिया।
ब्यूरो रिपोर्ट nttv bharat