उत्तर प्रदेश के हरदोई में दो सगे भाईयों की दो सगी बहनों से शादी हुई। लेकिन असल में दोनों बहनें लुटेरी दुल्हन निकलीं। शादी की रात ही उन्होंने खीर में बेहोशी की दवा मिलाकर ससुरालवालों को बेहोश कर दिया और सारा जेवर व कीमती सामान लेकर फरार हो गईं। सुबह जब घरवालों की नींद खुली तो घर का हाल देखकर सब हैरान रह गए। पीड़ित परिवार ने पुलिस से शिकायत की है।
दरअसल हरदोई जिले के टड़ियावां में ग्राम भड़ायल में रहने वाले नरेश पाल के दो बेटे प्रदीप और कुलदीप हैं दोनों ही बेटे अविवाहित थे। उनकी पत्नी शिवकन्या नेत्रहीन हैं, बेटों की शादी नहीं होने की वजह से पति-पत्नी अक्सर परेशान रहते थे। इस दौरान परिवार के संपर्क में राजकुमार नाम का शख्स आया, जिसने 80 हजार में दोनों बेटों की शादी कराने का ठेका लिया और बुधवार को सीतापुर में रिश्ते में बहन लगने वाली पूजा-आरती की शादी नरेश पाल के दो बेटे प्रदीप और कुलदीप के साथ कराई। शादी की सारी रस्में गांव के काली मंदिर में हुई।
प्रदीप और कुलदीप ने अग्नि के सात फेरे लेते हुए पूजा और आरती को अपनी अर्धांगिनी मान लिया। उसके बाद दोनों दुल्हन अपनी ससुराल पहुंची। दुल्हन आने की खुशी में घर में गाना बजाना हुआ और फिर दोनों दुल्हनों ने अपने हाथों से खीर बनाई और ससुराल वालों के सामने परोसी, सभी ने दुल्हन के हाथ की खीर बड़े शौक से खाई और खीर खाने के बाद सभी बेहोश हो गए। क्योंकि दुल्हनें लुटेरी थी, उन्होंने खीर में नींद की दवा मिला रखी थी। परिवार के बेहोश होने के बाद दुल्हन पूजा और आरती सोने के झुमकी, पायल, बिछुआ और बाकी माल-ज़ेवर समेट कर वहां से फरार हो गई।
प्रदीप ने पुलिस को दी तहरीर में कहा है कि, शादी कराने के लिए राजकुमार ने उससे 80 हज़ार रुपये लिए थे। प्रदीप ने राजकुमार के खिलाफ पुलिस को तहरीर दी है। इस तरह का मामला लोगों के बीच चर्चा बना हुआ है।
ब्यूरो रिपोर्ट nttv bharat