सुल्तानपुर- उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर के धनपतगंज ब्लॉक के चर्चित ग्राम पंचायत मायंग में भद्र परिवार के विरोधियों द्वारा चली गई साजिश आज फेल हो गई। यहां अविश्वास के बाद हुए चुनाव में भद्र बंधुओं के विरोधी खेमे की हाथ की कठपुतली बना प्रधान रामदेव निषाद आज मतगणना का परिणाम आने के बाद बुरी तरह शिकस्त खा गया है। 1574 वोटों में उसे महज 188 वोट ही मिले हैं।
बता दें आज शुक्रवार को धनपतगंज ब्लॉक पर वोटों की गिनती शुरू हुई। ब्लॉक मुख्यालय छावनी में बदल गया था।पीडी, डीडीओ, डीपीआरओ, एसडीएम विदुषी सिंह, सीओ बल्दीराय सौरभ सामंत समेत एसओ दोस्तपुर, कूरेभार, कुड़वार, बल्दीराय, धनपतगंज समेत भारी पुलिस बल मौजूद थी। इस बीच वीडियो ग्राफी के मध्य वोटों की गिनती हुई।अविश्वास में कुल पड़े 1574 वोटों में प्रधान रामदेव को मात्र 188 वोट से संतोष करना पड़ा। जबकि उसके विरोध 1379 वोट पड़े। यानी केवल भद्र परिवार ही नहीं बल्कि क्षेत्र के हजारों लोग प्रधान की कार्यशैली से नाराज रहे। जो परिणाम के रूप में सामने आया।
बता दें कि ग्राम पंचायत मायंग के ग्राम पंचायत सदस्यों ने 27 अक्टूबर को अविश्वास की नोटिस दिया था। अगले दिन भदैया ब्लॉक के सहायक विकास अधिकारी सतीश चंद्र श्रीवास्तव को हस्ताक्षर के सत्यापन के लिए लगाया गया। 31 अक्टूबर को पंचायत भवन मायंग पर प्रभारी सहायक विकास अधिकारी धनपतगंज की मौजूदगी में हस्ताक्षर का सत्यापन किया गया । जहां 15 सदस्यों द्वारा लिखित रूप से शपथ पत्र दिया गया कि अविश्वास पर अपने विवेक से हस्ताक्षर किए थे। 22 नवंबर को मतदान हुआ था। जिसमें कुल 5139 के सापेक्ष कुल 1575 वोट पड़े थे। प्रधान ने हाईकोर्ट में रिट कर रखा था जिसके आदेश के अनुपालन में मतगणना नहीं हो सकी थी। प्रधान रामदेव निषाद द्वारा हाईकोर्ट में दायर याचिका को 28 नवंबर को निरस्त कर दिया था। साथ ही 4 नवंबर के प्रशासन के आदेश को वैध घोषित किया था।