तेलंगाना की कांग्रेस सरकार ने ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुसलमीन के विधायक और असदुद्दीन ओवैसी के भाई अकबरुद्दीन ओवैसी को विधानसभा का प्रोटेम स्पीकर नियुक्त किया है। उनकी नियुक्ति पर बीजेपी हमलावर है। विधायक टी राजा सिंह ने अपने एक बयान में कहा है कि जब तक वो जिंदा हैं वो ओवैसी के सामने शपथ नहीं लेंगे। उन्होंने कहा, मैंने 2018 भी AIMIM के विधायक के समक्ष शपथ लेने से मना कर दिया था।
टी राजा सिंह ने कहा, ‘कांग्रेस सरकार ने उसके लिए आदेश निकाला है कि अकबरुद्दीन ओवैसी के सामने सभी लोग शपथ समारोह में शामिल होंगे। जिसपर टी राजा बिगड़ गए और कहा – ये राजा सिंह जब तक जिंदा है, एआईएमआईएम के सामने शपथ नहीं लेगा। अकबरुद्दीन ओवैसी के सामने शपथ नहीं लेगा।’
बता दें गोशामहल से बीजेपी विधायक सिंह ने कहा, 2018 में भी इसी AIMIM के विधायक को प्रोटेम स्पीकर बनाकर बिठाया गया था। उस समय भी मैंने शपथ नहीं ली। मैं कांग्रेस के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी से पूछना चाहता हूं कि क्या आप बीआरएस के मार्ग पर चलना चाहते हैं। टी राजा सिंह ने कहा, सरकारी जमीनों पर उनका कब्जा है। तेलंगाना में रहकर हिंदुओं को मारने की बात करते हैं। क्या ऐसे व्यक्ति के सामने शपथ लेंगे? रेवंत रेड्डी कहते थे कि बीआरएस, एआईएमआईएम और बीजेपी एक है। अब बताइए कि आपका एआईएमआईएम से क्या रिश्ता है।
अकबरुद्दीन ओवैसी 6 बार विधायक बने
दरअसल प्रोटेम स्पीकर आमतौर पर सदन के सबसे वरिष्ठ विधायक को नियुक्त किया जाता है। उनका काम नए विधायकों को शपथ दिलाना और विधानसभा स्पीकर का चुनाव करवाना होता है। वैसे तो पूर्व मुख्यमंत्री केसीआर सबसे वरिष्ठ विधायक हैं, मगर वह अस्पताल में भर्ती हैं। तुम्माला नागेश्वर राव, उत्तम कुमार रेड्डी, पोचराम श्रीनिवास रेड्डी और अकबरुद्दीन ओवैसी 6 बार विधायक बने हैं।
तुम्माला नागेश्वर राव, उत्तम कुमार रेड्डी दोनों कैबिनेट मंत्री बने हैं, पोचराम श्रीनिवास रेड्डी पहले बीआरएस सरकार में स्पीकर थे। इसीलिए चंद्रयानगुट्टा विधानसभा सीट से जीत दर्ज करने वाले अकबरुद्दीन ओवैसी शनिवार को तेलंगाना के नए विधायकों को शपथ दिलाएंगे। टी राजा ने कहा, विधानसभा में कई वरिष्ठ विधायक हैं, उनको भी बना सकते थे, लेकिन जानबूझकर अल्पसंख्यकों को खुश करने के लिए बहुत बड़ी गलती की. लेकिन हम नहीं छोड़ेंगे। कल किसी भी हालत में बीजेपी का विधायक शपथ नहीं लेगा. आगे जब कोई स्पीकर बनेगा तब शपथ लेंगे।
बता दें कि तेलंगाना विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने बीआरएस को हराकर सत्ता हासिल की है। कांग्रेस ने 119 सीटों में से 64 सीटों पर जीत दर्ज की है। वहीं बीआरएस ने 39, बीजेपी ने 8 और एआईएमआईएम ने सात और सीपीआई ने एक सीट पर जीत दर्ज की है।