उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने ग्रामीण बच्चों के भविष्य को बेहतर बनाने के लिए ग्राम पंचायत स्तर पर डिजिटल लाइब्रेरी की स्थापना करने का निर्णय लिया है। सीएम योगी आदित्यनाथ ने उच्च स्तरीय बैठक के दौरान अधिकारियों को पहले चरण के तहत प्रदेश की 22,700 ग्राम पंचायतों में डिजिटल लाइब्रेरी स्थापित करने के निर्देश दिये हैं। इस योजना का उद्देश्य प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों के बच्चों को आधुनिक शिक्षा से जुड़े संसाधनों तक पहुंच प्रदान करना है। पहले चरण के बाद इस योजना को विस्तार दिया जाएगा। इसके तहत उत्तर प्रदेश की हर ग्राम पंचायत में डिजिटल लाइब्रेरी का निर्माण किया जाएगा।
डिजिटल लाइब्रेरी ग्रामीण बच्चों की शैक्षणिक यात्रा में बनेगी साथी
बैठक के दौरान सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि समय के साथ शिक्षा क्षेत्र में लगातार बदलाव हो रहे हैं। ऐसे में ग्रामीण इलाकों के बच्चों को डिजिटल शिक्षा से जोड़ना और उन्हें उच्च गुणवत्ता वाली अध्ययन सामग्री उपलब्ध कराना बेहद जरूरी है। उन्होंने कहा कि इस उद्देश्य को पूरा करने के लिए ग्रामीण इलाकों के छात्रों तक ई-बुक्स, डिजिटल कंटेंट और दूसरे शैक्षिक संसाधनों तक पहुंच आसान बनानी होगी। उन्होंने कहा कि ऐसे में ग्राम पंचायत स्तर पर डिजिटल लाइब्रेरी अहम भूमिका निभाएगी। उन्होंने अधिकारियों को आदेश दिया कि प्रदेश के ग्राम पंचायतों में डिजिटल लाइब्रेरी की स्थापना की जाए इन डिजिटल लाइब्रेरी में छात्रों को किताबें, प्रश्नोत्तरी, वीडियो, ऑडियो लेक्चर समेत दूसरी डिजिटल संसाधनों उपलब्ध कराए जाएं। सीएम योगी के अनुसार, इस पहल से बच्चों में सीखने की प्रक्रिया अधिक प्रभावी बनेगी।
ग्राम पंचायत के प्रधान और सचिव होंगे जिम्मेदार
सीएम योगी के निर्देशों के अनुसार, इन लाइब्रेरी के संचालन और प्रबंधन की जिम्मेदारी ग्राम पंचायतों की होगी। ऐसे में पंचायत के प्रधान और सचिव लाइब्रेरी के प्रभावी संचालन के लिए जिम्मेदार होंगे। वहीं, लाइब्रेरी के लिए पंचायत स्तर पर सहायक अधिकारियों की नियुक्ति भी की जाएगी। ये अधिकारी पंचायत स्तर पर लाइब्रेरी के रखरखाव, उपयोग और संचालन की निगरानी करने का काम करेंगे।
एक डिजिटल लाइब्रेरी पर चार लाख का होगा निवेश
उत्तर प्रदेश सरकार इस योजना के तहत हर डिजिटल लाइब्रेरी पर 4 लाख रुपये का खर्च करेगी। इन चार लाख रुपये में 2 लाख रुपये डिजिटल उपकरणों (कंप्यूटर, प्रिंटर, इंटरनेट सुविधा आदि) पर और 2 लाख रुपये डिजिटल और हार्डकॉपी किताबों की खरीद पर खर्च किए जाएंगे।
पाठ्यक्रम के साथ कई विषयों की ई-बुक्स होंगीं उपलब्ध
इस डिजिटल लाइब्रेरी में बच्चों को अपनी कक्षा से जुड़ी किताबों के साथ कई तरह के विषयों पर ई-बुक्स और दूसरी डिजिटल अध्ययन सामग्री उपलब्ध होंगी। बच्चों में व्यावहारिक ज्ञान के विकास के लिए अत्याधुनिक उपकरण ऑडियो-विजुअल टूल्स भी मुहैया कराए जाएंगे। वहीं, बच्चों को ऑनलाइन माध्यम से पढ़ाई और रिसर्च से जुड़े कामों को पूरा करने के लिए इंटरनेट भी मिलेगा।