लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजनीति में एक बार फिर अफसरशाही बनाम जनप्रतिनिधियों की खींचतान चर्चा में है। कैबिनेट मंत्री संजय निषाद ने बुधवार को मंत्री नंद गोपाल गुप्ता ‘नंदी’ का समर्थन करते हुए अफसरशाही पर खुलकर निशाना साधा। उन्होंने कहा, “मैं खुद अफसरों से परेशान हूं, मेरे साथ भी गलत व्यवहार हुआ है।”
नंदी के आरोपों को बताया जायज़
संजय निषाद ने कहा कि नंद गोपाल नंदी की पीड़ा वाजिब है। “मैंने भी महसूस किया कि अफसर योजनाओं को लेकर गंभीर नहीं हैं। खासकर मछुआ कल्याण से जुड़ी योजनाओं में टालमटोल होती रही। फाइलें महीनों चलाई जाती हैं और जब बजट जारी होता है, तब तक उसका कोई उपयोग नहीं रह जाता।”
अफसरों के कारण सरकार की छवि को नुकसान
मंत्री ने साफ कहा कि कुछ अधिकारी सरकार की नीतियों के अनुरूप काम नहीं कर रहे हैं और इससे सरकार की छवि को नुकसान हो रहा है। उनका कहना है कि “अफसरशाही योजनाओं के क्रियान्वयन में बाधा बन रही है, जिससे जनता तक लाभ नहीं पहुंच पा रहा है।” हाल ही में औद्योगिक विकास मंत्री नंदी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर अफसरों पर कई गंभीर आरोप लगाए थे। अब संजय निषाद का समर्थन इस मुद्दे को और राजनीतिक गर्मी दे रहा है।