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नगरपालिका सुल्तानपुर में सियासत गरमाई, 61 करोड़ के बजट पर उठा पटक जारी..

उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर में आगामी गुरुवार को नगर पालिका परिषद की सालाना बजट बैठक का एलान हो गया है इसी के साथ चेयरमैन व असहमत सभासद अपने पाले में सदस्यों को लाने के लिए अपनी रणनीति बनाने में जुट गए है। चेयरमैन के पति अजय जयसवाल सभासदों की ड्योढ़ी की लगातार परिक्रमा कर रहे है वही एजेंडे के अवैध होने की बात कहते हुए दर्जन भर से अधिक सभासद एक बार फिर बगियाना अंदाज अपनाए हुए है।

बीते गुरुवार से सभासदों को एजेंडा दिया जा रहा है जिसमे केवल 2020-21 के बजट स्वीकृतार्थ ही लिखा गया है। इस पर सभासदों का कहना है की बीते 10 जून की बैठक में लाये गये तीनो एजेंडे सदस्यों द्वारा बहुमत से फेल किया गया था जिसे इस बजट में आना अनिवार्य व कानून सम्मत है। बजट बैठक को लेकर असहमत सदस्यों द्वारा जिला व् पुलिस प्रशासन को अग्रिम सूचना दी जा चुकी है। पिछली बजट बैठक काफी हंगामेदार रही जिसमे कार्यवाही पुस्तिका में कटिंग होने के बाद सोलह सदस्यों ने धरना दिया था। धरने के बाद सदस्य की शिकायत पर नगर कोतवाली में डीएम के निर्देश पर जाँच के बाद पालिका के वरिष्ठ लिपिक सुभाष मिश्र के ऊपर गम्भीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया जिसकी जांच लंबित है। सभासदों के चेयरमैन कक्ष में बैठने के विवाद में दोनों पक्षो की तहरीर पर नगर कोतवाली में मुकदमा भी दर्ज हुआ है। सभासदों की शिकायत पर शासन की जाँच में एक करोड़ चौदह लाख नब्बे हजार रूपये की अनियमितता की दोषी व उच्च न्यायालय के मुकदमे में जबाबदेही से भाग रही चेयरमैन के लिए यह बजट करो या मरो के समान है।

दरअसल सूत्रों का कहना है कि पालिका में निर्माण का कई करोड़ के भुगतान लंबित है जिसमे चेयरमैन के पति की हिस्सेदारी के साथ साथ चहेते ठेकेदारों का हित फंसा है जिससे चेयरमैन पक्ष की बजट पास कराने की छटपटाहट देखी जा सकती है । इसके अतिरिक्त लगभग 21 करोड़ की धनराशि नगर पालिका में सुरक्षित है जिसे विकास कार्यो के बहाने अपने चहेते ठेकेदारों के साथ मिलकर हजम करने की भी लम्बी सोच है। टैक्सी स्टैंड ठेकों की कारस्तानी शहर की जनता के बीच आम चर्चा में है । चेयरमैन बजट के सहारे अपनी लगातार धूमिल होती जा रही छवि को सुधारने के चक्कर में भी लगी है। नगर पालिका बोर्ड की स्थिति देखें तो कट्टर हिंदू की छवि वाले फायर ब्रांड नेता चेयरमैन के पति अजय जयसवाल के खेवनहार के रूप में बोर्ड के मुस्लिम सभासदों की बड़ी भूमिका रही है । पहली बजट बैठक से ही लगातार चार से पांच की संख्या में मुस्लिम सभासदों ने भाजपा की चेयरमैन बबिता जयसवाल के साथ खड़े होकर बड़ा समर्थन दिया है । इन सभासदों में समाजवादी , ब स पा , व कांग्रेस के सिंबल पर चुनाव जीत चुके सदस्य शामिल रहे है । बीते 10 जून की बजट बैठक में चेयरमैन बबिता जयसवाल के विकास विरोधी, अनियमितता व भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए आधा दर्जन भाजपा के सभासदों ने चेयरमैन बबिता जयसवाल व उनके पति अजय जयसवाल पर अहंकारी रुख अख्तियार कर तानाशाही करने, विकास कार्यों को बाधित करने, पालिका में भ्रष्टाचार कर पार्टी की छवि बदनाम करने, शासन की जांच में दोषी पाए जाने का आरोप लगाते हुए चेयरमैन की बजट बैठक का विरोध कर एजेंडा फेल किया था।