उत्तर प्रदेश के कई शहरों में प्रदूषण के स्तर में खास इजाफा हुआ है, जिससे लोगों के लिए वातावरण दम घोंटू हो चुका है। एनसीआर समेत यूपी के अन्य जिलों में प्रदूषण कारण धुंध सी छायी है। शनिवार को यूपी के तीन जिले बदायूं, पीतीभीत और शाहजहांपुर दुनिया के 100 प्रदूषित शहरों में शुमार हो चुके हैं। वहीं यूपी के बढ़ते प्रदूषण को लेकर आम आदमी पार्टी की नेता रीना गुप्ता ने यूपी की योगी सरकार और केंद्र सरकार पर जमकर वार किया है।
आप नेता रीना गुप्ता ने प्रेस कान्फ्रेंस में दावा किया कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री को ये एयर क्वालिटी क्या चीज है, इसके बारे में पता नहीं है। उन्होंने कहा गूगल पर सर्च करें तो विश्व के सबसे प्रदूषित शहरों में 39 भारत के शहर शुमार हैं। इनता ही नहीं इन 39 भारत के प्रदूषित शहरों में 20 शहर उत्तर प्रदेश के हैं। जहां पर भाजपा की सरकार है। इसके बावजूद आज तक उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कभी भी वायु प्रदूषण की बात कर नहीं करी है।
उन्होंने कहा आपको जानकर ताज्जुब होगा, कि केंद्र सरकार ने उस डेडा बेस को गुप्त कर दिया, वेबसाइट को बंद करके पासवर्ड प्रोटेक्ट कर दिया है। ताकि किसी को असलियत का पता ना चले। आप नेता ने दावा किया कि मोदी सरकार ने सफर एयर क्वालिटी डेटाबेस वेबसाइट के पासवर्ड को प्रोटेक्ट कर दिया है। उन्होंने बताया केंद्र सरकार का सिस्टम ऑफ एयर क्वालिटी एंड वेदर फोरकास्टिंग एंड रिसर्च (SAFAR) डेटाबेस बताता है कि किसी जगह के प्रदूषण में किस किस एरिया का योगदान है।
रीना गुप्ता ने कही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्मार्ट सिटी की बात करते हैं और 70 करोड़ लोगों के फेफड़ें खराब हो रहे हैं, मोदी सरकार गायब है। उन्होंने कहा पड़ोसी राज्य चीन में वायु प्रदूषण बढ़ा तो उन्होंने पुराने प्रधानमंत्री पर आरोप नहीं लगाया बल्कि चीन की केंद्र सरकार ने राज्य सरकारों को साथ बैठाया और मिलकर काम किया। यहां पर तो पीएम मोदी हर चीज पर नेहरू जी गलती बता देते हैं, उन्हें हर बात के लिए जिम्मेदार ठहरा देते हैं।
इसके साथ ही आम आदमी पार्टी की नेता रीना गुप्ता ने दो मांग की, जिसमें उत्तर भारत के सभी राज्यों की बैठक बुलाई जाए और बताया जाए कि वहां की सरकारें वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए क्या कर रही हैं। वहीं दूसरी मांग SAFAR Website का डेटा सार्वजनिक करने की मांग की।
रीना गुप्ता ने कहा दिल्ली का 300 किलोमीटर का एयर शील्ड एरिया है, इस एरिया में जो कुछ भी गतिविधियों होगी, उसका असर दिल्ली की हवा पर पड़ेगा, पर वहां कोई भी एक्शन नहीं है।