कानपुर से शुक्रवार को सपा विधायक अमिताभ बाजपेई का वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें वो पुलिस को खरी खोटी सुनाते दिखाई दे रहे हैं। वो इंस्पेक्टर से कह रहे,’ तुम हाईकोर्ट का आदेश नहीं मानोगे, सिविल कोर्ट नहीं मानोगे, सिर्फ पैसा लेकर गुंडई करोगे। बहुत बड़े अधिकारी बने हो। कानपुर में आए कितने दिन हो गए हैं, मैं एक बात बता दूं, अभी इस शहर को जानते नहीं हो। हम बहुत नाराज हैं। तुमसे ये, ADM सिटी कोर्ट का आदेश हमे दिखा रहे हो। वो ADM सिटी ने 50 हजार रुपए लेकर आदेश जारी किया है। वो बहुत सस्ता आदमी है’
दरअसल, शुक्रवार को सिविल लाइंस स्थित गांधी शांति प्रतिष्ठान के आसपास बने निर्माण को तोड़ने के लिए कोतवाली पुलिस पहुंची। विधायक अमिताभ बाजपेई भी पहुंच गए। सिविल कोर्ट का स्टे दिखाते हुए विधायक ने आरोप लगाए कि पुलिस ठेका लेकर तोड़ने आई है। पुलिस ने जब ADM सिटी कोर्ट का आदेश दिखाया तो, विधायक ने कहा कि वो बहुत सस्ता आदमी है।
जमीन पर बने हैं 15 मकान
सपा विधायक अमिताभ बाजपेई ने बताया कि जमीन पर सिविल कोर्ट का 17 मई तक स्टे है। इसके बावजूद कोतवाली पुलिस निर्माण तोड़ने पहुंच गई। जबकि मौके पर कागज चेक करने पर पाया गया कि अंग्रेजों के समय 3392.48 वर्ग मीटर का पट्टा गार्डन के नाम पर स्वरूप फैमिली को दिया गया था। स्वरूप फैमिली ने पट्टा जगत एस्टेट के नाम ट्रांसफर कर दिया। जबकि पूरी जमीन नजूल की है।
तोड़ने से रोका निर्माण
विधायक की पुलिस से तीखी नोकझोंक हुई। विधायकों के सवाल के आगे पुलिस कोई जवाब नहीं दे सकी और बैरंग लौट गई। विधायक ने क्वार्टर तोड़ने की प्रक्रिया को भी रुकवा दिया। कहा कि जमीन पर गांधी शांति प्रतिष्ठान बना हुआ है। जिस मकान को तोड़ने पुलिस गई थी वो नजूल की जमीन से बाहर है। ऐसे में मकानों को तोड़ा जाना पूरी तरह गलत है।