उत्तर-प्रदेश में नई सरकार के गठन और सीएम के 100 दिन के टारगेट के बाद अब मंत्री भी एक्शन में जुट गए है। आज जलशक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह प्रभार मिलने के बाद पहली बार लखनऊ स्थित सिंचाई विभाग पहुचें। स्वतंत्र देव सिंह के साथ राज्यमंत्री रामकेश निषाद भी थे। दोनों मंत्रियों ने अधिकारियों के साथ एक बैठक की और सीएम के निर्देश पर विभाग की समीक्षा की।
दरअसल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सहयोगी मंत्रियों और अधिकारियों को निर्देश दिया है कि वो 100 दिन का रोडमैप तैयार करे। जिससे 20 हजार सरकारी नौकरी देने के लक्ष्य को पूरा करने के साथ ही 50 हजार स्वरोजगार भी दिया जा सकें। सीएम योगी के निर्देश के बाद मंत्री स्वतंत्र देव सिंह की यह बैठक बेहद अहम मानी जा रही है।
CM के 100 दिन के टारगेट को पूरा करेंगे- स्वतंत्र देव सिंह
जलशक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने कहा कि ये पहली बैठक हुई है। अधिकारियों का परिचय हुआ है। सीएम ने जो 100 दिन का लक्ष्य दिया है, उसको लेकर चर्चा हुई है। सीएम के निर्देशों का पालन करते हुए हम लगातार समीक्षा बैठक करेंगे। जलशक्ति में पहले भी बड़े काम हुए है। हमारी सरकार ने एक नया मापदंड गढ़ा है। उसे आगे बढ़ाना है। पारदर्शिता के साथ लक्ष्य को पूरा करना है।यूपी सरकार ने नदियों की सफाई पर ध्यान देने के साथ ही बाढ़ नियंत्रण पर भी काम किया। उत्तर प्रदेश में लंबे समय से निष्क्रिय हो चुकी सिंचाई की बड़ी परियोजनाओं को पुनर्जीवित करने के काम को गति दी गई, जिससे की बड़ी आबादी को लाभ मिला है। उत्तर प्रदेश में सिंचित क्षेत्र का विकास होने से किसानों को भी फसलों को सींचने में काफी सुविधा मिली है।
जल प्रबंधन में टॉप पर उत्तर प्रदेश, राष्ट्रपति ने स्वतंत्र देव सिंह को दिया था अवॉर्ड
उत्तर प्रदेश जल संसाधन के प्रबंधन में पूरे देश में नंबर वन बन गया है। मंगलवार को सूबे के जलशक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने वाटर मैनेजमेंट के लिए अवॉर्ड से नवाजा। सम्मान समारोह ‘नैशनल वाटर अवार्ड्स 2022’ दिल्ली में हुआ। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने बुंदेलखंड में जल संचयन के साथ ही साथ सिंचाई के लिए नहरों का काफी बेहतर प्रयोग किया। नहरों से जुड़ी बड़ी परियोजनाओं को पुनर्जीवित करने के काम में तेजी आई है।