उत्तर प्रदेश के बस्ती के अखंड अपहरण कांड का खुलासा हो गया है। कपड़ा व्यवसायी अशोक कसौधन को कपड़े की सप्लाई देने वाले दो सगे भाइयों ने 13 साल के उनके बेटे अखंड से घुले-मिले होने का फायदा उठाकर उसे किडनैप कर लिया था। अखंड, 7 दिन से दोनों जालिम भाइयों की गिरफ्त में था। शनिवार की भोर में जब पुलिस और एसटीएफ की संयुक्त टीम उसे छुड़ाने पहुंची तो उसकी हालत देखकर हैरान रह गई।
अखंड को एक कमरे में फर्श पर हाथ-मुंह बांधकर रखा गया था। पुलिस ने सबसे पहले उसे भरोसा दिलाया कि वह अब सुरक्षित है। हाथ-मुंह खोले जाने के बाद अखंड ने सबसे पहले पुलिसवालों से पानी मांगा। अपहरणकर्ताओं ने उसे काफी समय से पानी तक नहीं दिया था। इसके बाद उसने बताया कि उसके कपड़े दूसरे कमरे में टंगे हैं। पुलिसकर्मियों ने अखंड को उसके कपड़े लाकर दिए। इसके बाद अखंड को बस्ती जिला अस्पताल ले जाकर मेडिकल चेकअप कराया गया। अखंड की सकुशल बरामदगी से खुश ग्रामीणों ने रुधौली थाने पर बस्ती के एसपी और पुलिस टीम का स्वागत किया। अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी ने बस्ती पुलिस को एक लाख रुपए इनाम की घोषणा की है।
सगे भाई हैं अपहरणकर्ता
पुलिस ने अखंड के दो अपहरणकर्ताओं को गिरफ्तार किया है। दोनों सगे भाई हैं। वे अखंड के पिता को कपड़े की सप्लाई करते थे। पकड़े गए अपहरणकर्ताओं ने पुलिस को बताया कि उन्होंने अपहरण के लिए क्राइम पेट्रोल देखकर तैयारी की थी। वे कभी भी अपने मोबाइल का इस्तेमाल नहीं करते थे। फेरी वालों, चाय की दुकान वालों का फोन मांग कर या छीनकर इस्तेमाल करते थे। अखंड के अपहरण के बाद 50 लाख की फिरौती मांगने के लिए उन्होंने एक शख्स का मोबाइल छीनकर फोन किया था। उन्होंने पुलिस को बताया- ‘हम दोनों भाई खलीलाबाद से कपड़े खरीद कर कई दुकानों पर सप्लाई करते थे। अशोक कुमार गुप्ता की दुकान पर भी कपड़ों की सप्लाई के सिलसिले में ही आना-जाना था। अशोक कसौधन का बेटा अखंड कुमार कसौधन हम दोनों से घुल-मिल गया था।’