समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने मेरठ में एनसीईआरटी की 35 करोड़ की डुप्लीकेट किताबें पकड़े जाने को लेकर भाजपा पर निशाना साधा है।
शनिवार सुबह एक ट्वीट में उन्होंने लिखा कि शिक्षा-नीति में बदलाव करने वाली भाजपा पहले अपने उन नेताओं को नैतिक-शिक्षा के पाठ पढ़ाए जो करोड़ों रूपये के ‘नकली किताबों’ के गोरखधंधे में संलिप्त हैं। सपा अध्यक्ष ने लिखा कि नक़ली ईमानदारी का चोगा ओढ़े लोगों का सच अब सामने आ गया है।
यूपी एसटीएफ और मेरठ पुलिस के ज्वाइंट ऑपरेशन में शुक्रवार को मेरठ में 35 करोड़ की डुप्लीकेट किताबें पकड़ी गई थीं। छह प्रिंटिंग मशीनें भी मिली थीं। पुलिस ने दर्जन भर लोगों को हिरासत में लिया है। सभी किताबों पर एनसीईआरटी का नाम और लोगो छपा हुआ था। मजदूरों ने बताया कि किताबों की छपाई दिल्ली रोड पर मोहकमपुर एनक्लेव में होती है। छापामारी के दौरान कुछ लोगों ने प्रिंटिंग प्रेस में आग लगाकर सुबूत नष्ट करने का प्रयास भी किया। पुलिस के पहुंचने से पहले ही आरोपी भाग निकले। आग को बुझा दिया गया। एसएसपी अजय साहनी ने बताया कि उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, दिल्ली सहित आसपास के राज्यों को एनसीईआरटी की डुप्लीकेट किताबें सप्लाई हो रही थीं। गोदाम और प्रिंटिंग प्रेस के मालिक का नाम सचिन गुप्ता बताया जा रहा है। उसकी गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं। मेरठ के परतापुर थाने में मुकदमा दर्ज हुआ है।