अमरमणि त्रिपाठी (Amarmani Tripathi) और उनकी पत्नी मधुमणि त्रिपाठी को शासन ने जेल से रिहा करने का आदेश दे दिया है। ये खबर सुनने के बाद अमरमणि त्रिपाठी (Amarmani Tripathi) के समर्थक खुशी से फूले नहीं समा रहे हैं। खबरों के अनुसार ऐसा कहा जा रहा है कि नौतनवां कस्बे में पूर्व मंत्री के आवास पर उत्साह का माहौल है। अमरमणि त्रिपाठी (Amarmani Tripathi) के घर के बाद समर्थकों की भीड़ पहले से ही लग गई है। समर्थक अपने अपने तरीके से खुशी जाहिर कर रहे है। अमरमणि त्रिपाठी (Amarmani Tripathi) के रिहा होने की खबरें सामने आने के बाद अब उत्तर प्रदेश की सियासत में भी हलचल तेज हो गई है।
सियासत के जानकारों का कहना है कि, लोकसभा चुनाव में इसका असर दिख सकता है। गौरतलब है कि, अमरमणि त्रिपाठी वर्ष 1989 में कांग्रेस के टिकट पर पहली बार विधायक बने थे। साल 2007 तक पांच बार अमरमणि त्रिपाठी नौतनवां विधानसभा के विधायक रह चुके हैं। वहीं अमरमणि त्रिपाठी के भाई ने बताया कि रिहाई की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है, लेकिन अभी तय नहीं हुआ है कि कब आना है।
जबकि नौतनवां के पूर्व विधायक कुंवर कौशल उर्फ मुन्ना सिंह ने कहा कि, भाजपा का चरित्र सभी को समझ में आ रहा है। 15 अगस्त पर मधुमिता शुक्ला के हत्यारों को छोड़ा गया। यही भाजपा का चरित्र है जो आदमी 14 साल से अस्पताल में मरीज बनकर रह रहा था, उस मरीज की चाल कल से देख लीजिएगा। क्या यह डॉक्टरों के जांच का विषय नहीं है।
क्या है मामला
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि आज से 20 साल पहले उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के पेपरमिल कॉलोनी में रहने वाली कवियत्री की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस मामले की जांच पहले पुलिस ने बाद में सीबीआई ने की। इस हत्याकांड में अमरमणि त्रिपाठी और उनकी पत्नी मधुमणि त्रिपाठी को कवियत्री मधुमिता शुक्ला हत्याकांड में दोषी पाया गया था। जिसके बाद दोनों को उम्रकैद की सजा सुनाई गई थी। अब अमरमणि और उनकी पत्नी मधुमणि को रिहा किया जा रहा है। बता दें कि दोनों ने जेल में 20 साल एक महीना और 19 दिन बिताया है। उनके अच्छे आचरण को देखते हुए उनकी बाकी सजा माफ कर दी गई है।